भारत सरकार आयुर्वेद और यूनानी दवाओं द्वारा मरीजों का उपचार करने के लिये आयुर्वेद अस्पतालों को बढ़ावा दे रही है। जिसको लेकर भारत सरकार ने आयुष मंत्रालय का गठन किया है। जिसको देखते हुए देश में आयुर्वेद अस्पतालों को तेजी के साथ खोला जा रहा है। इसी कड़ी में कानपुर देहात में एक भव्य अस्पताल की शुरुआत हो गई है। जिसकी ओपीडी रविवार से शुरू हुई है।
जनपद के अकबरपुर थानाक्षेत्र में बनार अलीपुर गांव में एकीकृत आयुष चिकित्सालय की शुरुआत रविवार को हो गई है। इस अस्पताल में सभी प्रकार के असाध्य मरीजों का इलाज किया जायेगा। ये अस्पताल सभी संसाधनों से लैस है। कोविड काल में आयुर्वेद पद्धति के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है। इसके चलते कानपुर देहात के अकबरपुर स्थित बनारअलीपुर में करोड़ों की लागत से बने 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय अस्पताल खोला गया है। इस अस्पताल में आयुर्वेद, यूनानी, योगा और होमियोपैथी पद्धति से रोगियों का इलाज किया जायेगा। मरीजों के ऑपरेशन से लेकर गम्भीर रोगों का इलाज होगा।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिनों पहले इस 50 शैय्या आयुर्वेद अस्पताल का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया था। जो इस जनपद के लिये बड़ी सौगात है। हलांकि इस आयुर्वेद अस्पताल में अभी कुछ उपकरण और फर्नीचर न मिल पाने से सुचारू रूप से शुरुआत नहीं हो पायी है। फिलहाल इस आयुर्वेदिक अस्पताल में ओपीडी की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन बहुत जल्द इस आयुर्वेदिक अस्पताल में गम्भीर मरीजों का इलाज किया जायेगा। इसको लेकर आयुष विभाग तेजी के साथ काम कर रहा है।
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आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ ब्रजेश ने बताया कि यह आयुर्वेदिक 50 शैय्या का अस्पताल है और यह सभी संसाधनों से लैस है। यहां आयुर्वेद युनानी व होम्योपैथिक योगा अभी का एक साथ इलाज किया जाएगा। यहा स्त्री रोग से सम्बन्धित जो भी असाध्य रोग होंगे, उनका भी विधिवत इलाज किया जाएगा। कोरोना काल में आयुर्वेद के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है और लोगों ने आयुर्वेदिक दवाओं पर ज्यादा भरोसा किया है तथा आने वाली सम्भावित तीसरी लहर के लिए भी हम लोग पूरी तरह से तैयार है।