मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को पुलिस स्मृति दिवस परेड कार्यक्रम में शामिल हुए और कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्ष 2020-21 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को उत्तर प्रदेश पुलिस के चार बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस मौके पर मैं सभी शहीद पुलिसकर्मी को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। हमारे जांबाज पुलिस कर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान हमें निरंतर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं प्रदेश के शहीद जन पुलिसकर्मी के परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी। पुलिस जन ने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, सामाजिक सौहार्द स्थापित करने में, विशेषकर बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रयागराज कुंभ 2019, लोक सभा सामान्य निर्वाचन 2019 और त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2020 को शांतिपूर्ण संपन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान प्रदेश की जनता की सहायता के लिए सदैव तत्पर रही है। कोरोना वारियर्स के रूप में अभूतपूर्व योगदान रहा है। पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित हुए। फिर भी वह सेवा कार्य में निरंतर लगे रहे। कर्तव्य पालन के दौरान कोरोना संक्रमण से 37 पुलिसकर्मियों को असमय काल के गाल में समाना पड़ा। उनके आश्रितों को 18 करोड़ 50 लाख का भुगतान मृत पुलिसकर्मी के नियुक्ति के जिले के जिला अधिकारियों के माध्यम से किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिसकर्मियों के साथ-साथ केंद्रीय अर्धसैन्य बलों, अन्य प्रदेशों के अर्ध सैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 527 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 124 करोड़ 24 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस बल की क्रियाशीलता एवं प्रभाव में वृद्धि हेतु विभिन्न जिलों में 71 नए पुलिस थानों एवं 45 पुलिस चौकियों की स्थापना की गई है। बेहतर रणनीति एवं सम्यक सुरक्षात्मक प्रबंधन द्वारा प्रदेश पुलिस बल ने कानून व्यवस्था की विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर शांति व्यवस्था एवं अपराध की स्थिति को सर्वथा नियंत्रित रखा है। प्रदेश में व्यापक सुदृढ़ एवं त्रुटि रहित सुरक्षा प्रबंध के फलस्वरुप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, अति विशिष्ट महानुभाव की यात्राएं, राजनीतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि स्थान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं। इन आयोजनों को शांतिपूर्ण एवं सकुशल संपन्न कराकर प्रदेश पुलिस ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। इसके लिए मैं समस्त पुलिस बल को बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न जिलों में दुर्दांत अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही के दौरान 20 मार्च 2017 से 10 अक्टूबर 2021 की अवधि में कुल 151 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए हैं। 3473 घायल हुए हैं। इस कार्यवाही में पुलिस बल के 13 जवानों ने प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की और 1198 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत 45603 तथा नशे में 657 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई भी की गई। प्रदेश के चिन्हित 25 माफिया तथा उनके गैंग के सदस्यों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों का उत्पीड़न रोकने, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों को नियंत्रित करने, उन्हें यथाशक्ति सहयोग प्रदान करने तथा महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की स्थापना भी की गई है। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा सम्मान और स्वाभिमान के उद्देश्य से प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत पुलिस की व्यापक कार्यवाही से महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है। राजकीय पुलिस बल द्वारा 65 थानों में और पूरे प्रदेश के अंदर सभी 1568 थानों में महिला डेस्क की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से महिला शिकायतों की समुचित ढंग से सुनवाई तथा उनके समस्याओं का गुणात्मक समाधान व अनुश्रवण भी किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी जिले, रेंज, जोन एवं मुख्यालय के अतिरिक्त विभिन्न इकाइयों के द्वारा फेसबुक प्लेटफार्म के माध्यम से भी जनता की शिकायतों का निस्तारण करने के लिए सराहनीय कार्य किया गया।
केंद्रीय औद्योगिक पुलिस बल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल का गठन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक न्यायिक एवं महत्वपूर्ण व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तथा व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करना है। यह बल उच्च कोटि की व्यवसायिक दक्षता से सुरक्षा के कार्यों का निर्वहन करेगा। उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के प्रथम वाहिनी क्रियाशील की जा चुकी है। लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंस के निर्माण कार्य हेतु 260 करोड़ रुपये से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति की जा चुकी है।
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अंत में एक बार पुनः उत्तर प्रदेश पुलिस के उन वीर शहीदों को मैं अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने कर्तव्य पथ पर प्राण उत्सर्ग किया है। मैं उनके परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वह अभी भी पुलिस परिवार के अभिन्न हिस्सा हैं। उनकी हर समस्या का निराकरण करने के लिए विभाग पूर्णतया प्रतिबद्ध रहेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी इमानदारी कर्तव्य परायणता तथा सेवा की भावना से कार्य करते हुए उत्तर प्रदेश की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, पुलिस महानिदेशक समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।