MMS केस में नया मोड, विरोध कर रहे छात्र बोले- गायब 2 लड़कियों को सामने लाओ

चंडीगढ़ के वीडियो लीक मामले में छात्राओं का प्रदर्शन लगातार जारी है. इस मामले में अब तक वीडियो बनाने वाली छात्रा और उसके बॉयफ्रेंड जिसे वो वीडियो भेजती थी, गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच एक नई जानकारी सामने आई है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने दो लड़कियों के गायब होने का आरोप लगाया है.

छात्राओं का कहना है कि दो लड़कियां गायब हैं. जब तक उनको छात्राओं के सामने पेश नहीं किया जाएगा तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें, वीडियो लीक मामले में ये भी दावा किया जा रहा है कि छात्राओं के नहाते हुए वीडियो को लीक करने की घटना के सामने आने के बाद कई छात्राओं आत्महत्या की भी कोशिश की.हालांकि यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने इन खबरों को झठी और निराधार बताकर खारिज कर दिया है.

इससे पहले रविवार को यूनिवर्सिटी में छात्राओं मे जमकर हंगामा किया. प्रदर्शन को बढ़ता देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हॉस्टल के गेट बंद कर दिए जिसके बाद छात्राओं ने गेट फांदकर प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा ने अपना ही वीडियो हिमाचल प्रदेश के एक व्यक्ति को साझा किया और उस व्यक्ति की भूमिका की जांच की जा रही है.

‘मामले को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही कई अफवाहें’

पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा- 354 सी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना के बाद पंजाब की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) गुरप्रीत देव, मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक शील सोनी और जीपीएस भुल्लर सहित अन्य शीर्ष अधिकारी तथा उपायुक्त सहित मोहाली जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी हालात का जायजा लेने के लिए विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे. विश्वविद्यालय परिसर में संवाददाताओं को एडीजीपी देव ने बताया कि सोशल मीडिया पर मामले को लेकर कई अफवाहें फैल रही हैं.

उन्होंने कहा कि छात्रावास में चार हजार छात्राएं रहती हैं और पुलिस ने उनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने कहा कि उसका फोन पुलिस के कब्जे में है और राज्य साइबर अपराध शाखा जांच कर रही है.

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देव ने कहा, मामले का दूसरा हिस्सा यह है कि छात्रावास में छात्राओं के एक समूह ने आरोपी को कुछ ऐसा करते देखा जो आपत्तिजनक था. अतिरिक्त डीजी होने और महिला और बाल अधिकार विभाग का प्रभार संभालने के नाते मुझे छात्राओं से बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई क्योंकि इस मामले को लेकर काफी सारी अफवाहें फैल रही हैं.