जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। दरअसल, महबूबा ने मोदी सरकार पर देश को बांटने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार पर कांग्रेस के कार्यों को भुनाने का आरोप भी लगाया है। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने अपने बयान में जम्मू-कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाकर भी सरकार को घेरा।
महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां दूध और शहद की नदियां बहने लगेगी। लेकिन आज यहां देश में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है। देश के 70 मंत्री यहां फीता काटने पहुंच रहे हैं। लेकिन जिन कार्यों का भी उद्घाटन किया गया है उसकी शुरुआत मनमोहन सरकार के दौरान ही की गई थी। वर्तमान सरकार द्वारा यहां पर अब तक किसी भी योजना की शुरुआत नहीं की गई है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में बहुलवादी संस्कृति रही है। यह क्षेत्र देश का एकमात्र स्थान है जहां पर सभी जाति और धार्मिक विश्वास के लोग रहते हैं। आज कश्मीर के लोगों की आवाज दबाई जा रही है। उन्हें चुप कराया जा रहा है। लेकिन जम्मू में सरकार यहां की अर्थव्यवस्था को चौपट करने पर लगी है। खनन संबंधी सभी कार्यों के कॉन्ट्रेक्ट बाहर के लोगों को दिए जा रहे हैं। नई आबकारी नीति आने से जम्मू के सैकड़ों युवा बेरोजगार हो रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अब जम्मू में रिलांयस स्टोर्स खोले जा रहे हैं। ऐसे में छोटे-छोटे व्यापारियों का क्या होगा? उन्हें अब बहुत कुछ सहन करना होगा। कोई एकीकरण नहीं हो रहा है। जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था तबाह कर दी गई है। मैं और मेरी पार्टी, रिलांयस स्टोर्स के खिलाफ, जम्मू चेंबर्स ऑफ कॉमर्स द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करते हैं। कश्मीरी पंडित आज सड़कों पर हैं और प्रत्येक महीने मिलने वाली सहायता राशि नहीं मिलने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर को लेकर नेहरू और वाजपेयी सरकार की स्पष्ट पॉलिसी थी लेकिन इस सरकार को कोई आइडिया ही नहीं है। आज यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है। खनन माफिया ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया है।
पूर्व सीएम ने कहा कि दिल्ली में रह रहे लोग, जम्मू-कश्मीर का प्रयोग एक प्रयोगशाला के तौर पर कर रहे हैं। नेहरू-वाजपेयी जैसे नेता के पास अपना वीजन था। लेकिन यह सरकार हिंदू-मुस्लिम को बांट रही है। और तो और अब सरदार भी खालिस्तानी हो गए हैं। हमलोग पाकिस्तानी हैं। सिर्फ बीजेपी वाले ही हिंदुस्तानी हैं!
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वहीं महंगाई के मुद्दे को लेकर मुफ्ती ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेलों के दाम काफी कम है, जबकि हमारे देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। तो ये पैसे जा कहां रहे हैं?