लखनऊ। 5 अगस्त 2021 का दिन लखनऊ मेट्रो से जुड़े सभी लोगों के लिए एक और उपलब्धि लेकर आया है। 5 सितंबर, 2017 से प्रारंभ हुई लखनऊ मेट्रो सेवा ने आज अपनी अब तक की यात्रा में 3.25 करोड़ की राइडरशिप [यात्री संख्या] को पार कर लिया। यह महत्तवपूर्ण उपलब्धि इसलिए भी ख़ास है क्योंकि तब से अब तक अपनी कार्य पद्धति और समपिंत यात्री सेवा से लखनऊ मेट्रो ने शहरवासियों के दिलों में अहम जगह बनाई है और उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी है।
इस उपलब्धि के मौके पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने यूपीएमआरसी की पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को भी बधाई दी है, उन्होंने कहा कि,”निश्चित तौर पर 3.25 करोड़ की राइडरशिप हासिल करना, लखनऊ मेट्रो के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह हमारे लिए गर्व की अनुभूति कराने वाले क्षण हैं। हमने तमाम चुनौतियों को पार कर लखनऊ के लोगों के लिए जिस आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का संकल्प लिया था, आज वह यात्रियों से मिल रहे निरंतर समर्थन और भरोसे की वजह से एक मुकाम तक पहुंचता दिखाई दे रहा है। हम इसके लिए लखनऊवासियों के आभारी हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि भविष्य में भी इसी कर्मठता और समर्पण के साथ उनकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।”
वर्तमान में कोविड के मद्देनज़र मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो ट्रेनों पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किए गए तमाम प्रबंध जारी हैं। सुरक्षित और सुगम यात्रा के लिए सैनिटाइजेशन और शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इस साल की शुरुआत से अल्ट्रावायलेट किरणों से मेट्रो ट्रेनों के कोच को सैनिटाइज करने वाली लखनऊ मेट्रो देश की पहली मेट्रो सेवा बन गई है। इन प्रयासों का नतीजा है कि अनलॉक-2 में 9 जून 2021 से मेट्रो सेवा के पुनः आरंभ होने के बाद से मेट्रो की यात्री संख्या में लगातार सुधार हुआ है। लखनऊ मेट्रो 32 हजार की औसत यात्री संख्या के साथ कोरोना पूर्व की राइडरशिप का 50 प्रतिशत पहले हासिल करने में सफल रही है। इसी वक्त में अन्य राज्यों की मेट्रो सेवाओं की राइडरशिप रिकवरी काफी कम है।