मुस्लिम बहुल इलाकों में बीजेपी को मिले कितने वोट, आजम खान के गढ़ में आखिर कैसे बदल गया खेल

यूपी की 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट जो कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती थी, वहां पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया है। रामपुर लोकसभा सीट जहां से आजम खान ने 2019 में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी और विधानसभा चुनाव में भी 5 में से 3 विधानसभा सीटों पर सपा को जीत हासिल हुई थी, वहां पर बीजेपी ने 42,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की है।

रामपुर लोकसभा सीट के अंदर 5 विधानसभा सीटें आती हैं और 5 में से 2 विधानसभा सीटों पर बीजेपी उपचुनाव में आगे रही। रामपुर के स्वार विधानसभा क्षेत्र में सपा आगे रही और यहीं से आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक हैं। स्वार विधानसभा क्षेत्र में सपा के आसिम रजा को 68,846 वोट मिले जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी को 58,861 वोट मिले।

चमरौआ विधानसभा क्षेत्र में सपा के आसिम रजा को 67,488 वोट मिले जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी को 66,520 वोट मिले। वहीं बिलासपुर विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत हुई थी, लेकिन यह जीत 307 वोटों की थी। लेकिन लोकसभा उपचुनाव में यहां से सपा के आसिम रजा को 60,826 वोट मिले जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी को 94,917 वोट मिले। यानी लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को करीब 34 हजार से अधिक वोटों की बढ़त मिली।

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विधानसभा चुनाव में रामपुर विधानसभा सीट से आजम खान ने जेल में रहते हुए भी बड़ी जीत दर्ज की थी। यहीं से आजम खान विधायक हैं। वहीं लोकसभा उपचुनाव में सपा को यहां पर महज 7000 के करीब वोटों की बढ़त हासिल हुई। इस सीट पर आसिम रजा को 63,953 वोट मिले जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी को 56,317 वोट मिले। वहीं आखिरी सीट शाहबाद से सपा के आसिम रजा को 63,943 वोट मिले जबकि बीजेपी के घनश्याम लोधी को 90,489 वोट मिले।