मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सम्पूर्ण बजट धनराशि का सदुपयोग करते हुए राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने शुक्रवार को एक बैठक के दौरान कहा कि समस्त कार्य निर्धारित दिशा-निर्देशों, मानकों एवं वित्तीय नियमों के अनुरूप पूरे किये जाएं। सभी विभाग अपने आय-व्यय का विवरण रखें। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दिया जाए। गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सतत विकास लक्ष्य के मानकों में प्रदेश की स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश के आठ आकांक्षात्मक जिलों में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। अब इनका परिदृश्य पहले से बेहतर हो रहा है। उन्होंने आकांक्षात्मक जिलों के विकास की भावी योजना की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूर्वांचल तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्रों के विकास के लिए विकास निधि के माध्यम से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। क्षेत्रीय विकास की दृष्टि से यह दोनों निधियां उपयोगी सिद्ध हुई हैं। उन्होंने पूर्वांचल तथा बुंदेलखंड विकास निधि की वित्तीय स्वीकृतियां समय से जारी करने के निर्देश दिए। मालूम हो कि मौजूदा राज्य सरकार ने ही पूर्वांचल व बुंदेलखण्ड विकास बोर्ड का गठन किया है।