लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्य्क्ष प्रोफेसर सूर्यकान्त को चिकित्सा एवं रिसर्च के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डा. डी. एस. मुणगेकर एवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह एवार्ड वर्ष 1974 से हेल्थ साइंसेस के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए डिपार्टमेन्ट ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा दिया जाता है।
डा. सूर्यकान्त को इस एवार्ड से आईएमए की 97वीं आल इंडिया मेडिकल कांफ्रेंस (26 से 28 दिसम्बर 2022) प्रयागराज, उप्र में सम्मानित किया गया। हाल ही में डा. सूर्यकान्त को विश्व के टॉप 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की श्रेणी में भी स्थान प्राप्त हुआ है। डा. सूर्यकान्त आईएमए, लखनऊ के अध्यक्ष एवं उप्र आईएमए एकेडमी ऑफ मेडिकल स्पेेशलिटीज के चेयरमैन रह चुके हैं एवं वर्तमान में आईएमए-एएमएस के राष्ट्रीय वायस चेेयरमैन हैं।
ज्ञात रहे कि डा. सूर्यकान्त केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में 18 वर्ष से प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं एवं 11 वर्ष से विभागाध्यक्ष के पद सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा वे चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 19 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 700 शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय जनरलस में प्रकाशित हो चुके हैं साथ ही 2 यूएस पेटेन्ट का भी उनके नाम श्रेय जाता है तथा लगभग 200 एमडी/पीएचडी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन, 50 से अधिक परियोजनाओं का निर्देशन, 20 फैलोशिप, 13 ओरेशन एवार्ड का भी श्रेय उनके नाम ही जाता है। 20 से अधिक जनर्लस् के सम्पादकीय सलाहकार बोर्ड के सदस्य होने के साथ-साथ लगभग 24 नेशनल एवं इंटरनेशन गाईडलाइन्स एवं एक्सपर्ट कमेटियों के सदस्य हैं। ज्ञात रहे उन्हें अब तक अन्तरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा 165 से अधिक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें उ0प्र0 का विज्ञान के क्षेत्र का सर्वोच्च पुरस्कार विज्ञान गौरव सम्मान भी शामिल है।
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ज्ञात रहे कि डा. सूर्यकान्त कोविड टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। इसके साथ ही चेस्ट रोगों के विशेषज्ञों की राष्ट्रीय संस्थाओं इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, इण्डियन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी एवं नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन (एनसीसीपी) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं तथा इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के मेडिकल साइंस प्रभाग के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है। वे पिछले 25 वर्षों से अधिक समय से अपने लेखों व वार्ताओ एवं टी.वी. व रेडियो के माध्यम से लोगो में एलर्जी, अस्थमा, टी.बी, कैंसर जैसी बीमारी से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।