कांग्रेस मे अध्यक्ष पद के चुनाव की तैयारियां जारी हैं। ताजा खबर यह है कि अध्यक्ष पद उम्मीदवार की लड़ाई में अब शशि थरूर का नाम भी जुड़ गया है। Shashi Tharoor ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की अनुमति दी। इसके बाद चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए Shashi Tharoor का मुकाबाला राजस्थान के मुख्यमंत्री और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले अशोक गहलोत से हो सकता है। यदि शशि थरूर और अशोक गहलोत के बीच मुकाबला होता है तो इसका अर्थ यही है कि इस बार पार्टी की कमान की किसी गैर-गांधी के हाथों में होगी। मतलब यही कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
क्या मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे अशोक गहलोत
सवाल यह भी उठा है कि क्या पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे? क्या सचिन पायलट को राजस्थान की कमान सौंपी जाएगी? राजनीति के जानकार इस बात को अभी हजम नहीं कर पा रहे हैं कि अशोक गहलोत, पार्टी अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को तैयार हो गए हैं? क्या यही कारण है कि अशोक गहलोत बार-बार राहुल गांधी का नाम आगे कर रहे हैं। हालांकि, गहलोत ने हर बार यह सवाल टालने की कोशिश की है कि क्या इससे राजस्थान में उनकी राजनीति पर कोई असर पड़ेगा।
गहलोत ने कुछ हफ्ते पहले राष्ट्रीय राजधानी में सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी, जिसमें कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष ने उन्हें चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था। कई लोगों का मानना है कि गहलोत को इस पद के लिए शीर्ष नेतृत्व का समर्थन प्राप्त है।
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कांग्रेस में G-2 का हिस्सा हैं शशि थरूर
वहीं थरूर चुनाव जी-23 समूह के उम्मीदवार हैं। उन्हें कई सांसदों का समर्थन प्राप्त है क्योंकि उनके साथ पांच अन्य सांसदों ने कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर मांग की थी कि चुनावी भूमिका सभी को उपलब्ध कराई जानी चाहिए।