मध्य प्रदेश के जबलपुर में दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा को अभी दो हफ्ते भी नहीं हुए और इसका कितना असर संघ प्रमुख मोहन भागवत जी पर हुआ है, यह आप देखिए। वे मदरसा जाने लगे। वे मस्जिद जाने लगे। मस्जिद और मदरसा जाने के लिए निश्चित तौर पर मोहन भागवत को प्रेरणा भारत जोड़ो यात्रा से मिली होगी। हम उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं।’
भागवत की यात्रा की तुलना हाथी के दांत से की
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के एक मदरसे में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की यात्रा की तुलना हाथियों के दांतों से की, जो केवल दिखाने के लिए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जहां भी आपके कार्यकर्ताओं द्वारा निर्दोष मुसलमानों को सताया गया है, उनसे माफी मांगें और उन्हें न्याय दिलाएं। तभी हम मानेंगे कि आरएसएस अलग सोच रहा है।
मोहन भागवत अब बिलकिस बानो को भी दिलवाएं न्याय
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए लिखा कि हमें बेहद प्रसन्नता है कि मोहन भागवत जी पर भारत जोड़ो यात्रा का इतना असर हुआ कि वे मस्जिद गए और मदरसा भी गए। यह देश सब का है। इसी भावना से यदि आरएसएस काम करे तो हमें उनसे क्या आपत्ति होगी। यदि अब मोहन भागवत जी आप अखलाक के परिवार से भी मिलें बिलकिस बानों को भी न्याय दिलवाएं। बलात्कारियों का सम्मान करने वालों के खिलाफ बयान दें।
निर्दोष सताए गए मुस्लिमों से मांगे माफी
द्ग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि जहां-जहां निर्दोष मुसलमानों को आपके कार्यकर्ताओं ने सताया है उनसे माफी मांगें और उन्हें न्याय दिलवाएं तो हमें भरोसा होगा कि आरएसएस की सोच में फर्क आ रहा है। अन्यथा आपका मदरसा मस्जिद जाना केवल दिखावा होगा। यह कहावत है न हाथी के दांत दिखाने के और होते हैं व खाने के और होते हैं।
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मोहन भागवत ने की मदरसा यात्रा
बता दें कि मोहन भागवत ने गुरुवार को अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की। फिर आरएसएस प्रमुख पहली बार किसी मदरसे में गए और छात्रों से बातचीत की। बातचीत के दौरान मोहन भागवत ने उनसे कहा कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए। मोहन भागवत को बातचीत के दौरान ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में संबोधित किया गया था, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई और कहा कि हर कोई राष्ट्र की संतान है जबकि राष्ट्र का केवल एक ही पिता है।