असदुद्दीन ओवैसी और स्वामी यति नरसिम्हानंद भड़काऊ देकर मुश्किल में पड़े

एआइएमआइएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को कथित भड़काऊ टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। ओवैसी की इस टिप्पणी को लेकर दिल्ली पुलिस की आइएफएसओ टीम ने उनपर एफआइआर दर्ज कर ली है। इस एफआइआर में स्वामी यति नरसिम्हानंद का भी नाम है।

नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर भी केस

बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के चलते भाजपा के पूर्व नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर भी दिल्ली पुलिस ने आज कार्रवाई की है। पुलिस ने समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के चलते आज कई लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बुधवार को दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि घृणित संदेश में समूहों को उकसाने और हानिकारक माहौल बनाने की कोशिश की गई है।

9 लोगों पर पहले ही की FIR

दिल्ली पुलिस अब सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने और भड़काऊ बयान देने को लेकर सख्ती से पेश आ रही है। इसी के तहत दर्ज प्राथमिकी में नूपुर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान, शादाब चौहान, सबा नकवी, गुलजार अंसारी, अनिल कुमार मीणा और पूजा शकुन के नाम शामिल हैं।

सोशल मीडिया संस्थाओं पर भी केस दर्ज

बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादास्पद टिप्पणी करने के चलते भाजपा नेता नूपुर शर्मा के इलावा पुलिस ने कई व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसी कड़ी में कई सोशल मीडिया संस्थाओं के खिलाफ भी एफआइआर की गई है।

भाजपा से निलंबित हो चुके दोनों नेता

बता दें कि नूपुर शर्मा और भाजपा के पूर्व नेता नवीन जिंदल द्वारा कथित भड़काऊ टिप्पणी करने के बाद कई खाड़ी देशों ने विराेध जताया था। जिसके बाद भाजपा ने दोनों नेताओं को निलंबित कर दिया था। हालांकि भाजपा ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और इसलिए ही उसने संप्रदाय या धर्म का अपमान करने के लिए इन नेताओं पर कार्रवाई की है।

सत्येंद्र जैन के ठिकानों पर मिला कैश और गोल्ड… तो स्मृति ईरानी ने केजरीवाल से पूछा ये बड़ा सवाल

इसके चलते हुआ विवाद

बता दें कि नूपुर शर्मा द्वारा की गई टिप्पणी पर विवाद का सिलसिला तब चालू हुआ जब एक वायरल वीडियों में यह दावा किया गया कि नूपुर ने एक टीवी शो पर ज्ञानवापी मस्जिद पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की है। इसके बाद नूपुर को कई बार जान से मारने की धमकियां भी मिली।