कोरोना काल का दौर होने की वजह से ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम काम करा रही है। शिक्षण संस्थान भी कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए छात्रों की क्लासेस ऑनलाइन करवा रही है।
ऐसे में ज्यादातर युवाओं के बीच कंप्यूटर विजन सिंड्रोम की समस्याएं देखने को मिल रही हैं। दरअसल, बच्चे और युवा लगातार कंप्यूटर, टेबलेट, मोबाइल स्क्रीन को देखने की वजह से उनकी आंखों पर इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा काफी बढ़ जाता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल में कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। शहर के चिल्ड्रन हॉस्पिटल ,कॉल्विन हॉस्पिटल की ओपीडी में ज्यादातर युवा और बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हैं।
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ऐसे लक्षण दिखे तो डॉक्टर से करें संपर्क
धुंधली दृष्टि, दोहरी दृष्टि, सूखी आंख, आंखों की थकान, खुजली, आंखों का लाल होना,गर्दन, सिर और कंधे का दर्द इस बीमारी के संकेत देते हैं। अगर किसी भी व्यक्ति के अंदर इस तरह के लक्षण दिखे तो फौरन डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराएं।