उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ना केवल विपक्षियों की क्लास लगाते हैं और उनकी बोलती बंद करते हैं। बल्कि अपने मंत्रियों की भी जमकर फटकार लगाने से पीछे नहीं रहते हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों को अपने मंत्री पद की मर्यादा के रहकर व्यवहार करने और विवादित बयानबाजी नहीं करने की नसीहत दी है।
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान के बाद पिछले शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद यूपी के कई शहरों में हिंसा हुई।जिसके बाद अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने मंत्रियों को साफ हिदायत दी है कि वो नूपुर शर्मा को लेकर कोई बयान नहीं देंगे। बता दें, लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी मंत्री पद एवं दायित्व की मर्यादा के अनुरूप ही आचरण करें। मंत्री की ओर से दिए गए किसी भी विवादित बयान का जनता में संदेश जाता है और इसका प्रभाव सरकार की छवि पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को विवादित बयान के बाद पार्टी ने निलंबित कर दिया है। फिर भी विवाद थम नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि नुपुर शर्मा के मामले में भाजपा की ओर से जो बयान जारी किया जाएगा, सभी मंत्रियों को उससे इतर कुछ नहीं बोलना है। उन्होंने मंत्रियों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के साथ प्रभार वाले जिलों में भी इस मुद्दे पर कानून व्यवस्था की निगरानी करने को कहा। आमजगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में योगी सरकार पूरी ताकत के साथ जुटेगी। मंगलवार को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में पश्चिमी यूपी के मंत्रियों को रामपुर में तैनात किया गया।
वहीं कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में अवध और पूर्वांचल के मंत्रियों को आजमगढ़ में चुनाव प्रचार व प्रबंधन के लिए तैनात करने का निर्णय किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक दोनों लोकसभा क्षेत्रों में सभा, रैलियां, रोड शो और चुनावी बैठकें करेंगे। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव के बाद मंत्री समूह सभी 18 मंडलों के दौरे पर फिर जाएंगे। दूसरे दौर के बाद मंडलों की रिपोर्ट पेश करेंगे।