दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उन्हें विधानसभा में किस बात पर हंसी आई थी. एक हिंदी न्यूज चैनल को दिए हुए इंटरव्यू में सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम कश्मीर पंडितो पर नहीं बीजेपी पर हंस रहे थे. क्योंकि 8 साल सरकार चलाने के बाद बीजेपी सिर्फ एक फिल्म के पोस्टर लगाती घूम रही है और प्रचार कर ही तो ये बहुत असंवेदनशील है.
क्या हम आज से इनके लिए एक संकल्प ले सकते हैं कि हम इनके लिए काम करेंगे. हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं और इस पर अब राजनीति करना बंद कर देना चाहिए. इतने साल हो गए उस त्रासदी को अब सभी पार्टी छोड़कर उनकी मदद करते हैं.
उनके उपर फिल्म बनाना मुझे अच्छा नहीं लगता अगर किसी को ठीक लगता है तो मैं कुछ कह नहीं सकता. हमने पलायन के बाद दिल्ली आकर कॉन्ट्रैक्ट शिक्षक के तौर पर काम कर रहे कश्मीरी पंडितों की नौकरी पक्की की न कि उनके उपर कोई फिल्म बनाई.
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सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली एमसीडी चुनाव एकीकरण को लेकर कहा कि बिल, सरकारें, पार्टियां आती-जाती रहती हैं. देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए और अगर इन्हें एमसीडी को एक करना था तो चुनाव के बाद कर देते. बीजेपी ने 15 साल एमसीडी में जितना भ्रष्टाचार किया उससे दिल्ली की जनता उसके खिलाफ गुस्सा जाहिर करना चाहती थी. इसलिए बीजेपी मेरे से नहीं डरती, बीजेपी जनता से डरती है.