चैत्र नवरात्र कल से, पूजा सामग्री से सजने लगे शहर के देवी मंदिर

लखनऊ। चैत्र नवरात्र के पहले बाजार में लोगों माता के श्रृंगार और पूजन का सामान खरीदा। बाजार में खरीदारी करने आए लोगों को देखकर दुकानदारों के साथ ही अन्य लोगों ने राहत की सांस ली। मंदिरों में भी नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। चैत्र नवरात्र को लेकर बाजार में तैयारियां पूरी दिखाई दे रही हैं। बाजार में व्रत में खाने का सामान के साथ ही माता के श्रृंगार और पूजन की सामग्री भी बिक रही है। बाजार में दुकानों पर माता की चुनर, टीका, चूड़ा आदि के साथ ही नारियल भी बिक रहा है।

चैत्र नवरात्रों को लेकर राजधानी में देवी मां के मंदिर सजने लगे हैं। मंगलवार को चैत्र नवरात्र का पहला दिन होगा। बाजार भी नवरात्रों को लेकर गुलजार हो रहे हैं। पूजन सामग्री की जमकर खरीदारी की जा रही है। माता के मंदिर फूलों और रोशनी से जगमगा रहे हैं। मंगलवार से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र के लिए भक्तों की तैयारी पूरी है। नौ दिन तक शहर में मां के जयकारे गूंजेंगे और भक्त अपनी मां को मनाने के लिए पूजन-अर्चन करेंगे। भारतीय नववर्ष के लिए भी खासा उत्साह दिख रहा है। प्रशासन भी मुस्तैद है। मंदिरों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगवा दिए गए हैं। ठंडे पानी की मशीनें भी लग गई हैं। कहीं माता का शृंगार मेवे और अनाज से किया जाएगा तो कहीं मां के दरबार को चमकाया जा रहा है।

चैत्र नवरात्र को लेकर शहर के बाजार सजने लगे हैं। नवरात्र के लिए सांझी, व्रत और पूजा की सामग्री से बाजार सज गए हैं। जिससे बाजार में चहल-पहल दिखने लगी है। वहीं श्रद्धालु भी पर्व की तैयारी में जुट गए हैं। लोगों ने मां दुर्गा सांझी, पूजा और व्रत की सामग्री की खरीदारी शुरू कर दी है। इंदिरानगर के मुंशी पुलिया, भूतनाथ, अमीनाबाद, आशियाना, चिनहट सहित शहर के सभी छोटे व बड़े बाजार की दुकानों में पूजा सामग्री सज गई है। पूजा सामग्री के विक्रेता राकेश ने बताया कि नवरात्र में होने वली मां दुर्गा की पूजा के लिए दुकानों में पूजा सामग्री सज गई हैं। उन्होंने बताया कि नवरात्र में मां को चढ़ने वाली चुनरी की कीमत दस रुपये से दो हजार रुपये तक की है।

नवरात्रों पर व्रत के सामान से लेकर माता की पोशाक पर महंगाई भारी पड़ रही है। तमाम वस्तुओं के दाम पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़ गए हैं। व्रत में प्रयोग होने वाले कुट्टू, सिंघाड़े का आटा, गोला, समा के चावल, चौलाई के साथ-साथ माता की चुनरी, पोशाक, शृंगार, नारियल आदि के दामों में वृद्धि हुई है। इंदिरा नगर के भूतनाथ मंदिर के निकट माता की पोशाक की दुकान करने वाले दुकानदार राजेश ने बताया कि पोशाकों के दामों में 15 से बीस प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं व्रत का सामान बेचने वाले राजेंद्र पंसारी ने बताया कि व्रत के सामान में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

मिट्टी की मूर्ति 200 से 700 रुपये, मार्बल की मूर्ति 4000 से 11000 रुपये, पीतल की मूर्ति 1500 से 3000 रुपये, मोती की माला 60 से 1200 रुपये, गुलाब और गुडहल की माला 150 से 1450 रुपये, आसन 50 से 500 रुपये, सिंहासन 100 से 4000 रुपये, छत्र 150 से 1000 रुपये तक बिक रही है। पूजा की थाली 350 से 650 रुपये है, इसमें पीतल की थाली है तो गुजरात की मीनाकारी डिजाइन भी है। छोटी मूर्तियों और वस्त्र में हर बार डिजाइन बदलता है। जो नया डिजाइन है वह महंगा है। लेकिन लोग उत्साह पूर्वक खरीद रहे हैं। नौ दिन की पूजा में लोग भगवती का नौ प्रकार का श्रृंगार करेंगे। इसमें अलग अलग रंग और डिजाइन के वस्त्र के साथ ही मुकुट, चूड़ी सहित अन्य श्रृंगार सामग्री है। इसी प्रकार की पूजा की थाली भी अच्छी से अच्छी खरीद रहे हैं।

नवरात्र से पहले ही शहर की प्रमुख दुकानों में फलाहार की तैयारी शुरू हो गई है। फलाहार के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं ताकि घर से बाहर भी लोगों को फलाहार मिल सके। प्रमुख रेस्टोरेंट में फलाहार थाली तैयार की जाएगी, जिसमें पकौड़ी, सब्जी, मूंगफली एवं लस्सी होगी। शास्त्री चौक स्थित मिठाई के दुकानदार विकास ने बताया कि फलाहार के पैकेट अलग-अलग दरों में उपलब्ध हैं। फल दुकानदार ने बताया कि रमजान माह के कारण पहले ही फलों के दाम बढ़े हुए हैं। अब नवरात्र में संतरा, अनार, सेब और नारियल के दाम में और बढ़ोत्तरी होगी।

नवरात्र में पूजा सामग्री के साथ दुर्गा सप्तशती व अन्य धार्मिक पुस्तकों की बिक्री भी बढ़ गई है। गीता प्रेस के सामने पूजन सामग्री की दुकान चलाने वाले विनोद कुमार ने बताया कि नवरात्र में चुनरी और माता के पटका की मांग अधिक है। कपूर, चंदन, रोली, लौंग, इलायची, धार, अगरबत्ती, धूपबत्ती, जनेऊ और इत्र की बिक्री अधिक हो रही है।

चौक की बड़ी व छोटी काली जी मंदिर के पास मेला शुरू होगा जो पूरे नवरात्र चलेगा। चौक के संतोषी माता मंदिर में देशी-विदेशी फूलों से मा का दरबार सजाया जाएगा। मंदिर के विष्णु अवस्थी ने बताया कि हर दिन अलग-अलग पुष्पों से श्रृंगार होगा। संदोहन देवी मंदिर, संकटा देवी मंदिर, त्रिवेणीनगर योगी नगर दुर्गा मंदिर, मदेयगंज दुर्गा मंदिर, चिनहट के मा जानकी मंदिर, कैसरबाग दुर्गा मंदिर, हाथी बाबा वाले मंदिर के अलावा कृष्णानगर के इंद्रेश्वर मंदिर, सैसोवीर मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, आलमबाग के दुर्गा मंदिर, मौनी बाबा मंदिर समेत डालीगंज, अलीगंज, महानगर, इंदिरानगर, गोमतीनगर के मंदिरों के अलावा सभी मंदिरों में भी तैयारिया जोरों पर हैं।

फूल बाजार में रौनक रही। दाम में तेजी रही। 30 से 40 रुपये वाला गेंदा का फूल 50 से 60 रुपये किलो पहुंच गया है। फूल का कारोबार करने वाले व्यवसायी बताते हैं कि फूल नवरात्रभर सस्ता नहीं होने वाला। आमदिनों में 50 रुपये किलो तक बिकने वाला गुलाब का फूल 80 से 100 रुपये किलो तक पहुंच गया। कमल का फूल प्रति पीस 20 से 30 रुपया बिका। कहीं 40 और 50 रुपया भी वसूला गया।

नवरात्र उत्सव को लेकर शहर के सभी प्रमुख बाजारों और मंदिरों के बाहर पूजन सामग्री के खरीदारों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने चुनरी, पूजन सामग्री, माता के वस्त्र समेत पाठ के लिए किताबों, कैलेंडर और पसंदीदा मूर्तियों लेते दिखे। पत्थर की तराशी हुई मां दुर्गा की प्रतिमाओं को लोगों ने स्थापना के लिए खूब पसंद किया तो मिट्टी की गढ़ी हुई देवी प्रतिमाओं को भी भक्तों ने लिया।