एनआईए की बड़ी कार्रवाई, टेरर फंडिंग मामले में 40 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी

जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) प्रदेश के करीब 40 से भी ज्यादा स्थानों पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी में एनआईए के अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान भी शामिल हैं।

एनआईए की करीब 50 टीमें इस समय छापेमारी कर रही हैं। कईं स्थानों पर छापेमारी जारी है और जहां पर छापेमारी की जा चुकी है, वहां से डिजिटल दस्तावेज जब्त किए गए हैं।

अनंतनाग जिले में रविवार सुबह एनआईए की टीम ने छापेमारी की। माना जा रहा है कि यह छापेमारी देर शाम तक जारी रह सकती है।

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, गांदरबल, अच्छाबल, शौपियां, बांडीपोरा, रामबन, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी सहित कईं अन्य जिलों में छापेमारी कर रही है। एनआईए की यह छापेमारी टेरर फंडिंग सहित कुछ अन्य मामलों के सिलसिले में है। जिसमें जमात-ए-इस्लामी संगठन के सदस्यों के घर पर भी छापेमारी चल रही है। इसके अलावा फल्ह-ई-आम ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों जो श्रीनगर के नौगाम में रहते हैं, उनके घरों पर भी छापेमारी जारी है।

जानकारी के अनुसार श्रीनगर में सौरा निवासी गाजी मोइन-उल इस्लाम के आवास और नौगाम में फलाह-ए-आम ट्रस्ट पर छापेमारी की जा रही है। अनंतनाग जिले में मुश्ताक अहमद वानी पुत्र गुलाम हसन वानी, नजीर अहमद रैना पुत्र गुलाम रसूल रैना, फारूक अहमद खान पुत्र मोहम्मद याकूब खान और आफताक अहमद मीर, अहमदुल्ला पारे के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।

बडगाम जिले में सोइबुग के रहने वाले डॉ. मोहम्मद सुल्तान भट, गुलाम मोहम्मद वानी और गुलजार अहमद शाह समेत कई जमात नेताओं के आवासों पर छापेमारी की जा रही है। बांदीपोरा में पूर्व जमात अध्यक्ष मोहम्मद सिकंदर मलिक पुत्र अब्दुल गनी मलिक निवासी गुंडपोरा के आवास की तलाशी ली जा रही है।

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बता दें कि केंद्र सरकार ने 2019 में जमात ए इस्लामी संगठन पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन इसके बाद भी जम्मू-कश्मीर में संगठन की गतिविधियां जारी थी।