संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। मोदी सरकार ने सभी राजनीतिक दलों से दोनों सदनों में व्यवस्थित कार्यवाही की सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया है। लगभग एक महीने तक चलने वाले सत्र के दौरान 30 दलों के प्रतिनिधियों ने विचार के लिए विभिन्न मामले रखे हैं। इस सत्र की शुरुआत से पहले एक तरफ जहां कांग्रेस ने इंडिया ब्लाक के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रणनीति पर चर्चा की। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने सन्देश जारी कर इस शीतकालीन सत्र के महत्व से रूबरू कराया।
पीएम मोदी ने बताई शीतकालीन को बताया ख़ास
सत्र की शुरुआत से पहले अपने मीडिया संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र कई कारणों से खास है, जिसमें संविधान को अपनाने के 75वें वर्ष की शुरुआत भी शामिल है। जनता द्वारा नकारे गए मुट्ठी भर लोग अव्यवस्था पैदा करके संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2024 का आखिरी चरण चल रहा है और देश 2025 की तैयारी कर रहा है। संसद का यह सत्र कई मायनों में खास है और सबसे खास बात है संविधान के 75वें वर्ष की शुरुआत। कल संविधान सदन में सभी लोग हमारे संविधान की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएंगे।
मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बार-बार होने वाले व्यवधानों की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें शामिल लोगों को मतदाताओं द्वारा बार-बार खारिज किए जाने पर चिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वे अपने पिछले कार्यों के लिए पश्चाताप करें और सदन को ठीक से काम करने दें। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को कई बार चुनावी अस्वीकृति का सामना करना पड़ा है, वे अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए कार्यवाही को बाधित करना जारी रखते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग, हालांकि संख्या में कम हैं, हंगामा करते हैं और सदन के सुचारू संचालन में बाधा डालते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे लोग जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं, जिसके कारण उन्हें लगातार चुनावी सजा मिल रही है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि हालांकि, इन बार-बार की अस्वीकृतियों से सीखने के बजाय, वे सदन को बाधित करना जारी रखते हैं, जिससे कई योग्य और योग्य सदस्य, खासकर युवा, सार्थक बहस में शामिल होने के अवसर से वंचित हो जाते हैं।
कांग्रेस ने इंडिया ब्लाक के सांसदों के साथ की बैठक
उधर, कांग्रेस के लोकसभा सांसदों ने आगामी सत्र के लिए रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस संसदीय कार्यालय में बैठक की। साथ ही, लोकसभा और राज्यसभा दोनों में इंडिया ब्लॉक के फ्लोर लीडर्स कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में विपक्ष के एकजुट दृष्टिकोण पर चर्चा की।
उम्मीद है कि विपक्ष सत्र के दौरान मणिपुर में चल रही हिंसा और अडानी समूह से जुड़े रिश्वतखोरी के आरोपों सहित प्रमुख मुद्दे उठाएगा।
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आपको बता दें कि संसद का यह शीतकालीन सत्र आज यानी कि 25 नवंबर से शुरू हो रहा है और सरकार के एजेंडे के अधीन 20 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि, संविधान दिवस के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को कोई बैठक नहीं होगी।