आतंकियों से मुठभेड़ में एक और जख्मी जवान शहीद, लश्कर के दो दहशतगर्द घिरे, आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग के गडूल के जंगलों में लगातार आज 15 सितम्बर यानी की शुक्रवार को तीसरे दिन भी आतंकियों को मार गिराने के लिए अभियान चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में एक और जख्मी जवान शहीद हो गया है। जबकि दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

अनंतनाग में आतंकियों के खिलाफ अभियान चल रहा है। लश्कर के दो दहशतगर्द घिरे हुए हैं। क्वाडकॉप्टर और ड्रोन से आतंकियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। इस अभियान में पैरा कमांडो ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इसके अलावा पहाड़ी पर जहां आतंकियों का ठिकाना होने का अनुमान लगाया जा रहा है वहां रॉकेट दागे गए। ऐसा बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों ने उजैर खान सहित लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को घेरा हुआ है।

इससे पहले, सुरक्षाबलों ने बुधवार की रात गुजरने के बाद से रविवार की सुबह करीब 6 बजे दोबारा दहशतगर्दों के खिलाफ अभियान शुरू किया था। इस दौरान सुबह से देर शाम तक थोड़ी-थोड़ी देर पर फायरिंग की गई। आतंकियों से संपर्क साधने के लिए सुरक्षाबलों ने स्पेक्युलेटिव फायरिंग की, लेकिन दूसरी तरफ से जवाबी कार्रवाई नहीं हुई।

मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और DSP शहीद
पुलिस ने एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा, कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और डीएसपी हुमायूं भट की अटूट वीरता को सच्ची श्रद्धांजलि, जिन्होंने इस ऑपरेशन के दौरान सामने से संचालन करते हुए शहीद हो गए। हमारी सेनाएं उजैर खान सहित 2 लश्कर आतंकियों को घेरने के संकल्प के साथ जुटी हुई हैं।

गौरतलब है कि कोकरनाग के गडूल के जंगलों में आतंकियों के हरकत के बाद सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF की संयुक्त पार्टी ने बुधवार तड़के तलाशी अभियान शुरू किया था। घेराबंदी के समय ही जंगल के पूरे क्षेत्र में छुपे आतंकवादियों ने संयुक्त दल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। मुठभेड़ के दौरान सेना की 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट शहीद हो गए थे।

उजैर पर 10 लाख का है इनाम
हमले में शामिल उजैर खान (28) कोकरनाग के नागम गांव का निवासी है। वह साल 2022, 26 जुलाई से लापता था। जानकारी के मुताबिक, उसी समय लश्कर-ए-ताइबा का आतंकी बन गया था। उजैर कई आतंकी हमलों से जुड़ा रहा है। इसलिए उसे ए+ कैटेगरी में रखा गया है। उस पर करीब 10 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। घटनास्थल पर उसके साथ एक विदेशी आतंकी भी शामिल है, जिसकी शिनाख्त अभीतक नहीं हो पाई है।