संसद में जारी बजट सत्र के दौरान लोकसभा में शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को लेकर काफी आक्रामक नजर आए। जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस और AIMIM मुखिया असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त हुए 17 महीने हुए हैं और अभी ही केंद्र सरकार से हिसाब मांगा जा रहा है। उन्होंने 70 साल तक शासन किए, उसका हिसाब क्यों नहीं दिया।
अमित शाह ने कांग्रेस से पूछा बड़ा सवाल
लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों को आडे हाथ लिया। उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर पलटवार करते हुए कहा कि 70 साल तक जिन्होंने शासन किया, उसका हिसाब उन्होंने क्यों नहीं दिया। अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर पर 70 साल शासन करने वाले दलों ने ठीक काम किया होता तो हमसे हिसाब मांगने का समय ही नहीं आता।
अमित शाह लोकसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक-2021 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में दो निशान-दो प्रधान नहीं रहेंगे, ये हमने वादा किया था। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने उसे कर के दिखा दिया।
आगे उन्होंने कहा कि कुछ सदस्य आरोप लगा रहे हैं कि जम्मू कश्मीर में 2-जी की जगह 4-जी नेटवर्क विदेशी दवाब में दिया। विदेशी दवाब तब चलता था, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार होती थी। अब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नरेन्द्र मोदी की सरकार है। वह देश के फैसले खुद लेती है।
पंचायत चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि दिसंबर 2018 में जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव हुए शांतिपूर्ण ढंग से निष्पक्ष चुनाव हुए। इससे विपक्षी भी इनकार नहीं कर सकते हैं।
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अमित शाह ने कहा कि ओवैसी जी इसको हिन्दू मुस्लिम बना रहे हैं। क्या हम देश के सरकारी अफसरों को भी हिन्दू मुस्लिम में बांटेंगे? इससे विकास कैसे होगा। अधीर रंजन चौधरी हमसे 2G और 4G की बात कर रहे हैं। कांग्रेस ने तो मोबाइल सेवाएं ही बरसों तक बंद रखी। हम पर दबाव की बात की जा रही है। जरा यह भी तो बताएं कि आखिर धारा 370 को इतने साल कितने किसके दबाव में चालू रखा। जो हमसे 17 महीने में अस्थाई तौर पर राज्य के दर्जे को निलम्बित करने पर सवाल उठा रहे हैं। वो बताएं कि 70 साल तक अस्थाई 370 को क्यों जारी रखा?’