काशी विश्वनाथ धाम परिसर का सोमवार को शुभ मुहूर्त में लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धाम निर्माण करने वाले श्रमिकों के साथ पंगत में बैठक कर भोजन किया। प्रधानमंत्री ने पंगत में खाना खाने के दौरान उनसे बातचीत भी की। पंगत में प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भोजन ग्रहण किया।
काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान प्रधानमंत्री ने धाम के जीर्णोंद्धार में लगे श्रमिकों का आभार जताते हुए कहा कि आज मैं इस भव्य परिसर के निर्माण के लिए काम करने वाले हर मजदूर के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं आज अपने हर उस श्रमिक भाई-बहन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिसका पसीना इस भव्य परिसर के निर्माण में बहा है। कोरोना के विपरीत काल में भी, उन्होंने यहां पर काम रुकने नहीं दिया।
एक बार फिर बाबा विश्वनाथ को छूते हुए प्रवाहित होंगी मां गंगा, जानिए कॉरिडोर में क्या है ख़ास
इसके बाद प्रधानमंत्री ने मजदूरों के साथ भोजन कर समाज में छोटे-बड़े वर्ग के बीच खाई पाटने का संदेश देने के साथ एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय का सपना पूरा किया। अंत्योदय की परिकल्पना में समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक विकास और खुशी की किरण पहुंचाने की बात कही गई है।