अमित शाह के ‘निजाम’ वाले बयान के बाद KCR बोले- उज्ज्वल इतिहास को प्रदूषित करने की हो रही कोशिश

हैदराबाद के भारतीय संघ में विलय के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर अपने-अपने आयाम देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शनिवार को हैदराबाद शहर में अलग-अलग कार्यक्रमों को संबोधित किया। गृह मंत्री अमित शाह ने ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ के अवसर पर परेड ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद कहा कि अगर स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल नहीं होते तो तत्कालीन रियासत को हैदराबाद के निज़ाम शासन से मुक्त करने में कई और साल लग जाते। इस बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने ‘तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस’ नाम से एक अन्य कार्यक्रम में लोगों से “इतिहास को विकृत करने की साजिश” से सावधान रहने का आह्वान किया है।

सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा कि इतने सालों के बाद लोगों की ओर से राज्य प्रायोजित समारोहों के साथ हैदराबाद की मुक्ति का जश्न मनाने की मांग की गई थी। लेकिन दुर्भाग्य स  75 साल पूरे हो गए हैं और जिन्होंने इस क्षेत्र पर शासन किया वे वोट बैंक की राजनीति के कारण जश्न मनाने की हिम्मत नहीं कर सके। सीएम राव को केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित अमित शाह के कार्यक्रम के लिए भी आमंत्रित किया गया था, हालांकि, वे समारोह में शामिल नहीं हुए। उन्होंने कुछ किलोमीटर दूर पब्लिक गार्डन में तिरंगा फहराया। शाह ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान वादे किए गए थे, लेकिन “जैसे ही वे (टीआरएस) सत्ता में आई उन्होंने रजाकारों के डर से मुंह मोड़ लिया। शाह ने महात्मा गांधी की कल्पना के अनुसार अखंड भारत के सपनों को पूरा करने के सरदार पटेल के संकल्प को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज एक ऐतिहासिक दिन है। भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन हैदराबाद निजाम के अधीन बना रहा।

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राजनीतिक कारणों से तेलंगाना में सद्भाव, शांति भंग हो रही है: केसीआर

इस बीच मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सार्वजनिक उद्यानों में राज्य सरकार के ‘तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस’ समारोह में भाग लेते हुए लोगों से राज्य में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया। सीएम ने कहा कि “इतिहास को विकृत करने की साजिश है और हमें इससे सावधान रहना चाहिए। राजनीतिक कारणों से राज्य में सद्भाव और शांति भंग हो रही है। इससे पहले उन्होंने गन पार्क में तेलंगाना शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। केसीआर ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद अलग तेलंगाना राज्य प्राप्त हुआ लेकिन विनाशकारी ताकतें अशांति पैदा कर रही हैं और 17 सितंबर के महत्व को विकृत कर रही हैं, जो राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। कांग्रेस और ऑल-इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भी इस दिन को मनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए।