अपनी बेगम मुमताज़ महल की याद में बादशाह शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण कराया था। प्रेम के इस अद्भुत प्रतीक के निर्माण के लिए शाहजहां ने इटली से लेकर पर्शिया तक के दक्ष कारीगर बुलवाए थे।
लखनऊ। सैलानियों के लिये अच्छी खबर है। 188 दिनों बाद ताजमहल का दीदार करने का उनको मौका जो मिल गया है। सैलानी सुबह से ही ताजमहल के पश्चिमी और पूर्वी गेट पर पहुंचना शुरू हो गये। इतने दिन बाद ताजमहल खुलने पर सैलानियों की संख्या जरूर काफी कम रही। सोमवार को ताजमहल खुलते ही सबसे पहले ताइवान के पर्यटकों ने ताज महल के दीदार किये। उसके बाद भारतीय सैलानियों ने ताजमहल को जी भर कर निहारा।
सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम
कोरोना गाइडलाइन को मद्देनजर रखते हुए ताजमहल में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। स्मारक परिसर के हर पॉइंट पर सोशल डिस्टेंसिंग के तहत सीआईएसएफ के जवान तैनात किए गए हैं।
सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश
पुरातत्व विभाग के कर्मचारी भी सभी पॉइंट पर तैनात हैं। सैलानियों के हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है और उनके पैरों को भी सैनिटाइज करने के लिए एक मशीन रखी गई है।