महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बाला साहेब थोराट ने घोषणा की कि एनसीपी अब नेता विपक्ष को नियुक्त करने का अधिकार सिर्फ अपनी पार्टी को होगा। कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि शरद पवार के साथ कितने विधायक हैं, उनके तय होने के बाद नेता विपक्ष का चयन किया जाएगा।
महाराष्ट्र में एनसीपी के विलय के बाद कांग्रेस ने नेता विपक्ष पद पर अपना दावा किया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर मंगलवार यानी की आज 4 जुलाई को बैठक बुलाई है। इस बैठक में कांग्रेस सचिव एचके पाटिल भी शामिल होंगे। यह जाना जा रहा है कि एनसीपी ने अजित पवार के शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के बाद जितेंद्र अव्हाड को नेता विपक्ष पद का नामांतरण कर दिया है। हालांकि, शरद पवार ने सोमवार को यह कहा था कि कांग्रेस का दावा नेता विपक्ष पद के लिए सही है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बाला साहेब थोराट ने घोषित यह किया है कि एनसीपी को अब सिर्फ अपनी पार्टी के नेता विपक्ष को नियुक्त करने का अधिकार है। कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण ने यह कहा है कि शरद पवार के साथ कितने विधायक हैं, उनके तय होने के बाद नेता विपक्ष का चयन किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, विपक्षी पार्टी के नेता विपक्ष पद को नंबरों के मामले में मिलता है और एनसीपी में 53 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 45 विधायक हैं। अजित पवार की बगावत के बाद एनसीपी में विधायकों की संख्या 44 हो गई है। इनमें से कई को भी अजित पवार के साथ जाने की चर्चा है। इस विवाद के बीच, कांग्रेस महाराष्ट्र में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बन गई है, जिसके बाद पार्टी ने अपने नेता को नेता विपक्ष पद पर नामांतरण करने की तैयारी की है।