पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला अंतर्गत रामपुरहाट ब्लॉक के बगटुई गांव में जहां आगजनी कर कम से कम आठ लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, वहां सबूतों को बचाकर रखने के लिए कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश अनुसार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
एक दिन पहले बुधवार को हाईकोर्ट ने सबूतों से छेड़छाड़ न हो इसके लिए घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल करने को कहा था। उसी के मुताबिक गुरुवार सुबह से ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। कोर्ट ने आदेश दिया था कि जिला जज की निगरानी में सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। उसकी भी व्यवस्था की जा रही है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज घटनास्थल का दौरा करने वाली हैं। दोपहर बाद वह मौके पर पहुंचेंगी जहां आगजनी में मारे गए लोगों के परिजनों से तो मुलाकात करेंगी ही, साथ ही बम मारकर मौत के घाट उतारे गए तृणमूल नेता भादु शेख के घरवालों से भी मुलाकात करेंगी।
बमबारी और आगजनी की घटना में अबतक कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से 11 लोगों को शेख की हत्या के आरोप में जबकि बाकी को आगजनी के आरोप में पकड़ा गया है। आरोप है कि उसके परिवार के ही अधिकतर सदस्य आगजनी में शामिल रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी गिरफ्तारी हुई है।
उधर भादू का परिवार गिरफ्तार किए गए अपने घर के सदस्यों को जल्द रिहा करने की मांग कर रहा है। दावा है कि मुख्यमंत्री से भी बातचीत में भादु की पत्नी इसी तरह की मांग कर सकती हैं। इसके अलावा मारे गए लोगों के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की घोषणा भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर सकती हैं।
बुधवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह घटनास्थल पर उसी दिन जाने वाली थीं लेकिन विपक्ष के नेता गए हैं इसलिए नहीं जा रही हैं। दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं को मौके पर जाने से पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोक दिया था इसलिए अगर आज ममता बनर्जी सीधे घटनास्थल पर पहुंचती हैं तो इस पर भी सवाल उठ सकते हैं।
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दूसरी ओर खबर है कि बीरभूम घटना को लेकर केंद्र सरकार भी सख्त हो गई है और जल्द ही यहां जांच टीम भेज सकती है। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की भी संभावना है।