नई दिल्ली. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों में बीजेपी को आसान जीत (BJP won in 4 states) मिली है. चुनाव परिणाम को आए आज 7 दिन हो गए हैं, लेकिन अब भी इन चार राज्यों में बीजेपी सरकार (BJP government) का शपथ ग्रहण नहीं हुआ है जबकि तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के नाम तय हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने इन राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह को फिलहाल टाल दिया है. इसके पीछे वाजिब वजह है. ज्योतिष में विश्वास रखने वाली भाजपा जानती है कि 17 मार्च को होलाष्टक है यानी भारतीय रीति-रिवाजों और धार्मिक परंपराओं में होलाष्टक को अशुभ माना जाता है.
माना जा रहा है कि होलाष्टक के बाद पार्टी चारों राज्यों यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने की हरी झंडी दे देगी. यूपी में योगी आदित्यनाथ, गोवा में प्रमोद सावंत और मणिपुर में एन वीरेन सिंह का मुख्यमंत्री बनना तय है. ऐसे में जैसे ही होलाष्टक खत्म होगा चारों राज्यों में बीजेपी सरकार का शपथ ग्रहण होने लगेगा.
होलाष्टक के बाद शुभ मुहूर्त
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र और सांस्कृतिक नगरी वाराणसी के पंडित अमरजीत दुबे ने बताया, ‘होलाष्टक की अवधि को शुभ कार्य के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है.’ उन्होंने बताया, ‘होलाष्टक किसी भी शुभ कार्य के लिए अनुकूल समय नहीं होता. इस अवधि के दौरान कोई भी अच्छा मुहूर्त भी नहीं निकलता. शुभ मुहूर्त होलिका दहन के बाद से शुरू हो जाता है. इसके साथ ही रंगोत्सव भी शुरू हो जाता है. भारतीय परंपरा में किसी भी काम को आरंभ करने के लिए अच्छा कार्यकाल शुभ मुहूर्त की जरूरत पड़ती है. अधिकांश लोग इसे मानते हैं. इसके लिए दिन और काल की गणना की जाती है. अलग-अलग समय में मुहूर्त का शुभ दिन होता है. इसलिए माना जाता है कि राज्य सरकारों के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अलग-अलग तारीखें होने की संभावना है.’
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होली उत्सव के बाद अलग-अलग दिन शपथ ग्रहण समारोह
भाजपा अशुभ अवधि के कारण ही चारों राज्यों में मुख्यमंत्री के नामों का ऐलान भी नहीं कर रही है, लेकिन यह मुख्यमंत्री के चयन की घोषणा का इंतजार उम्मीदवारों को चिंतित कर रहा है. खासकर उत्तराखंड में. होली का त्योहार अगल-अलग राज्यों में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है. सीएम योगी आदित्यनाथ के विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर में 19 मार्च को होली का समापन होगा जबकि गोवा में कुछ दिनों तक होली मनायी जाती है. इसलिए होली के समापन को देखते हुए शपथ ग्रहण की तारीख तय की जाएगी. मणिपुर में होली त्योहार योसांग उत्सव के साथ खेली जाती है जो पांच दिनों तक चलती है. यह 15वीं शताब्दी के संत चैतन्य महाप्रभु की जयंती के दिन समाप्त होती है. इसलिए,मणिपुर में विधायकों ने शपथ ले ली है, लेकिन होली उत्सव के बाद ही वहां सीएम और उनके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है.