तीन साल बाद आज बरेली में एक साथ बैठेंगे दो पार्टियों के दिग्गज नेता और कार्यकर्ता, पढ़ें कौन सी हैं पार्टियां

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के बाद रविवार को पहली बैठक होगी। इसमें दोनों दलों के पदाधिकारी शामिल होंगे। सपा से अलग होने के करीब तीन साल बाद दोनों दलों के पदाधिकारी एक साथ होंगे। ऐसे में सियासी मतभेद भी होने की आशंका जताई जा रही है। प्रसपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव वीरपाल सिंह यादव के सपाई रहते वक्त वह सांसद बने और लंबे समय तक पार्टी के जिलाध्यक्ष के तौर पर कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान ही मिशन कंपाउंड स्थित समाजवादी पार्टी का कार्यालय भी बनाया गया।

इसके साथ ही प्रसपा के संजीव यादव, मलखान सिंह, डा. खालिद भी समाजवादी पार्टी में संगठन में रहे हैं। करीब तीन साल पहले सपा से प्रसपा अलग हो गई। इधर, बीते दिनों सपा ने प्रसपा के साथ गठबंधन कर लिया है। गठबंधन के बाद रविवार को दोनों पार्टियों की एक साथ मीटिंग होनी है। इस मीटिंग से पहले शनिवार को भी पार्टी के गलियारों में खासी चर्चा रही। इधर, सपा संगठन में नए पदाधिकारी है। उसमें युवाओं की संख्या भी ज्यादा है। एक ओर अनुभव है तो दूसरी ओर युवा सोच। ऐसे में पार्टी के बैठक में क्या तय हो पाता है, यह बैठक के बाद ही पता चलेगा।

युवाओं की संगठन में भागीदारी पर दिया जोर : नए साल के मौके पर नार्दन रेलवे मेंस यूनियन बरेली शाखा के कार्यालय में युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें नवनियुक्त मंडल समन्वयक दीपक यादव का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन शाखा मंत्री राजेश दुबे ने किया। इस दौरान युवाओं की संगठन में भागीदारी पर जोर दिया गया। एआईआरएफ और एनआरएमयू सरकार से जो एनपीएस की लड़ाई लड़ रही है, उसमें युवाओं से साथ देने का आह्वान किया गया।

मंडल समन्वयक दीपक यादव ने कहा कि रेल मजदूरों का संगठन एक आंदोलन है, जो रेल कर्मचारियों की लड़ाई निरंतर लड़ रहा है। शाखा कोषाध्यक्ष सुशील अरोड़ा ने युवाओं से एकजुट रहकर संगठन का साथ देने की अपील की। राजेश कुमार, रामकुमार, आर दीपक मिश्रा, श्याम सिंह, अनुज कुमार, मोहित कुमार, रामपुर ब्रांच के इसरार अहमद, युवा अध्यक्ष अमित शर्मा ने भी विचार रखे। शाखा अध्यक्ष मुशर्रफ खान, सैफ खान, अमित सक्सेना, जितेश मीना, यामीन चांद खान, रामकरण, रवि कुमार, अनुज कुमार, प्रमोद कुमार, शुभम यादव, संदीप कुशवाह आदि रहे।