प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से फार्मा क्षेत्र के पहले वैश्विक नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस विशिष्ट पहल का उद्देश्य भारत में फार्मास्युटिकल्स उद्योग में एक संपन्न नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकताओं पर चर्चा और रणनीति बनाने के लिए सरकार, उद्योग, शिक्षाविदों, निवेशकों और शोधकर्ताओं के प्रमुख भारतीय और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों को एक मंच पर लाना है। यह भारतीय फार्मा उद्योग में उन अवसरों को भी सामने लाएगा जिनमें विकास की अपार संभावनाएं हैं।
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में 12 सत्र होंगे और 40 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ता नियामक वातावरण, नवाचार के लिए धन, उद्योग-अकादमिक सहयोग और नवाचार बुनियादी ढांचे सहित कई विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। इसमें घरेलू और वैश्विक फार्मा इंडस्ट्रीज के प्रमुख सदस्यों, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जॉन हॉपकिंस इंस्टीट्यूट, आईआईएम अहमदाबाद और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के अधिकारियों, निवेशकों और शोधकर्ताओं की भागीदारी देखी जाएगी।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया भी मौजूद रहे।