पश्चिम बंगाल में तीन सीटों पर होने उपचुनाव के तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस ऐलान के साथ ही सियासी दलों ने इस चुनावी दंगल की तैयारियां भी शुरू कर दी है। बीते बंगाल चुनाव में नंदीग्राम सीट से बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ हार का मुंह देखने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की साख भी दांव पर लगी है। इक्स उपचुनाव में वह अपनी परंपरागत भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट से बीजेपी ने उनके खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल को चुनावी मैदान में उतारा है। बीजेपी ने अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान शुक्रवार को किया है।
ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी ने बनाई मजबूत टीम
बीजेपी को भले ही बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन यहां तीन सीटों पर होने वाले इस उपचुनाव को बीजेपी आसानी से नहीं गंवाना चाहती है। इसी वजह से ममता बनर्जी को हराने के लिए उसने मजबूत टीम बनाई है। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के अपने उपाध्यक्ष और सांसद अर्जुन सिंह को भवानीपुर उपचुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है। उनकी मदद के लिए सांसद सौमित्र खान और ज्योतिर्मय सिंह महतो होंगे। 8 बीजेपी विधायकों को आठों वॉर्ड का इंचार्ज बनाया गया है।
भवानीपुर के अलावा समसेरगंज विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी के मिलन घोष और जंगीपुर सीट पर सुजीत दास के नाम का ऐलान किया है। भवानीपुर में प्रियंका टिबरेवाल के नाम की चर्चा पहले से ही थी लेकिन शुक्रवार को पार्टी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी। ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव हार गई थीं। इसके बाद उनके विश्वसनीय सोबनदेव चट्टोपाध्याय ने भवानीपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था ताकि ममता बनर्जी यहां से चुनाव लड़ सकें।
आपको बता दें कि प्रियंका टिबरेवाल बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं। वह अगस्त 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थीं। 2015 में, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में वॉर्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा, लेकिन टीएमसी के स्वपन समदार से हार गई थीं।
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बीजेपी में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान, प्रियंका ने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहीं अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) का उपाध्यक्ष बनाया गया। इस साल उन्होंने एंटली से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन तृणमूल के स्वर्ण कमल साहा से 58,257 मतों के अंतर से हार गईं।