लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने विभागीय कार्य प्रणाली में सुधार को लेकर की बैठक
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा शहर में सील की गई बिल्डिंगों में अब चोरी-छुपे निर्माण/फिनिशिंग कार्य कराये जाने की कोई संभावना नहीं रहेगी। इनकी माॅनिटरिंग के लिए प्राधिकरण द्वारा अब ऑन-लाइन एप विकसित किया जाएगा। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने गुरूवार को विभागीय कार्य प्रणाली में सुधार को लेकर की गई बैठक में इस बाबत आदेश जारी किए। उन्होंने सम्पत्ति विभाग में कम्प्यूटर लाॅगिन की व्यवस्था को और अधिक सुरक्षित करने के लिए तत्काल बायो-मैट्रिक प्रमाणिकता या फिर डिजिटल साइन आथेन्टीकेशन लागू करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने शहर की बड़ी वाॅटर बाॅडीज़ में सोलर पाॅवर पैनल लगाये जाने की संभावना तलाशने हेतु निर्देशित किया। जिससे कुछ जगहों पर लेजर शो और कुछ जगहों पर मान्यूमेन्ट पर प्रोजेक्शन मैपिंग कराई जा सके। उन्होंने इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों को आजादी आंदोलन, रिसाइकिलिंग, कम्पोजिशन, काॅर्टून व बाॅलीवुड, आदि पर थीम पार्क बनाने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। इसके अलावा रिमोट सेंसिंग विभाग के माध्यम से लखनऊ शहर की जी0आई0एस0 थ्री डी मैपिंग कराई जाए। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा सील की गई बिल्डिंगों की माॅनिटरिंग के लिए आन-लाइन एप तैयार कराया जाए, साथ ही सील बिल्डिंगों की जीयो टैगिंग भी करवाई जाए। उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि सम्पत्ति विभाग में कम्प्यूटर पर ओ0टी0पी0 के माध्यम से लाॅगिन की व्यवस्था लागू है। इसकी सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए बाॅयो-मैट्रिक लाॅगिन या डिजिटल साइन की व्यवस्था बढ़ा ली जाए। उन्होंने प्राधिकरण में ई-आॅफिस प्रणाली लागू किए जाने और इसकी कार्यवाही को जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए। उपाध्यक्ष ने आई0आई0टी0 कानपुर के साथ भागीदारी कर रिकाॅर्ड मैनेजमेन्ट हेतु ब्लाकचेन टेक्नोलाॅजी लागू करने की समीक्षा की। उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने अधिकारियों से कहा कि हमें अपनी कार्यशैली को और अधिक बेहतर बनाना है। बैठक में सचिव पवन कुमार गंगवार, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, मुख्य नगर नियोजक नितिन मित्तल, मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह और वित्त नियंत्रक राजीव कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।