महापुरुषों से ही देश और समाज की असली पहचान होती है। उनसे जुड़े स्थल बनाकर समाज में संदेश देने की कोशिश की जाती है, लेकिन ऐसे स्थलों को साफ-सुथरा रखने की जरूरत भी होती है। इसके लिए अभियान चलाने का निर्देश सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से दिए गया है।
पिछले दिनों यूपी में संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर के स्मारक और सांस्कृतिक स्थल का शिलान्यास हुआ। इसी तरह प्रदेश में अन्य महापुरुषों के स्मारक और स्मृति स्थलों को विकसित किया जाएगा। इसके लिए एक अभियान के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
यूपी के सभी जिले और कस्बों में महापुरुषों से जुड़े स्मारक और स्मृति स्थल मौजूद हैं। वहां के रखरखाव और मेंटेनेंस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। इसी का परिणाम है कि कई बार तस्वीरें चौंकाने वाली सामने आती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से नई कार्ययोजना पर विचार करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिसमें महापुरुषों से जुड़े सभी स्थल और स्मारकों को दोबारा सही तरीके से विकसित करने की बात कही। सबसे पहले इसकी शुरुआत राजधानी लखनऊ से होगी। लखनऊ में कई ऐसे स्थल हैं, जहां अभी भी बेहतर साफ-सफाई और प्रबंधन की जरूरत है। जिसमें चंद्रशेखर आजाद, महाराजा सुहेलदेव, सरदार वल्लभभाई पटेल, वीरांगना उदा देवी, अवंतीबाई, महाराणा प्रताप, राम प्रसाद बिस्मिल, दीनदयाल उपाध्याय जैसे कई महापुरुषों से जुड़े स्मारक शामिल हैं। इन सभी की साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर अब जोर दिया जाएगा।