आने वाले जुलाई महीने में यूपी सरकार एक विशेष अभियान चलाने वाली है, जिसे दस्तक अभियान का नाम दिया गया है। इसके माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों से टीबी के मरीज ढूंढे जाएंगे, इसकी जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है।

12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान
दस्तक अभियान 12 से 25 जुलाई तक चलाया जाएगा, जिसमें आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार और टीबी के मरीजों की पहचान करेंगे। इसमें कुपोषित बच्चों की सूची भी तैयार की जाएगी। टीबी के संभावित रोगियों की जांच होगी, पुष्टि होने पर उनका इलाज शुरू किया जाएगा। जो मरीज मिलेंगे, उनका मुफ्त में इलाज भी किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
दस्तक अभियान में शामिल होने वाली आशा और का आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। एक मरीज मिलने पर ₹500 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इतना ही नहीं, मरीजों को भी बेहतर इलाज करने के लिए और उनके उचित पोषण के लिए ₹500 हर महीने बैंक खाते में दिए जाने की योजना है।
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पिछले कुछ महीनों से कोरोना के चलते इन मरीजों का सही तरीके से पहचान और इलाज नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब दोबारा इसे शुरू किया जा रहा है। जनवरी महीने से लेकर अब तक 8314 मरीज मिले हैं। कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियों के नियंत्रण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। आने वाली तीसरी लहर से भी निपटने की तैयारियां तेज हो गई हैं।
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