बीते महीने पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटकों का सामना करना पड़ रहा था और बीजेपी दिन प्रति दिन मजबूत हो रही थी। लेकिन चुनावी नतीजे सामने आने के बाद अब सियासी हवा का रुख विपरीत हो चला है। दरअसल, बताया जा रहा है कि बीजेपी के दिग्गज नेता मुकुल रॉय अपने बेटे सुभांशु के साथ बहुत जल्द तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले हैं।
बीजेपी का साथ छोड़ देगा यह दिग्गज नेता
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम को मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाक़ात करने वाले हैं। इस मुलाक़ात के बाद वह एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा बन जाएंगे।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद से तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कई नेताओं की वापसी करने की चर्चाएं चल रही है। इसी क्रम में मुकुल रॉय के भी तृणमूल में वापसी करने कयास लगाए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि मुकुल रॉय, बीजेपी में शुभेंदु अधिकारी के बढ़ते कद से बेचैन बताए जा रहे थे। यही वजह है कि वह अपनी पुरानी पार्टी में वापस लौटना चाहते हैं।
इसके पहले तृणमूल नेता सौगात रॉय ने इस बात की ओर इशारा भी किया था कि मुकुल रॉय जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में वापसी करेंगे। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अभिषेक बनर्जी के संपर्क में हैं और वापस आना चाहते हैं, मुझे लगता है कि पार्टी छोड़कर लौटने वालों को दो कैटिगरीज में बांटा जा सकता है, ये हैं- सॉफ्टलाइनर और हार्डलाइनर।
सौगत रॉय ने कहा था कि सॉफ्टलाइनर वे हैं, जिन्होंने पार्टी तो छोड़ी, लेकिन कभी ममता बनर्जी का अपमान नहीं किया, हार्डलाइनर वे हैं, जिन्होंने ममता बनर्जी के बारे में सार्वजनिक रूप से बयान दिए। मुकुल रॉय ने ममता बनर्जी पर निजी तौर पर कोई आरोप नहीं लगाए थे। उन्हें सॉफ्टलाइनर माना जाता है।
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आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में मुकुल रॉय को 6 साल के लिए बाहर कर दिया था। तृणमूल में मुकुल रॉय का कद कभी ममता बनर्जी के बाद दूसरे नंबर का हुआ करता था। उन्होंने तृणमूल छोड़ी तो बीजेपी का दामन थाम लिया, वे 1998 से ही बंगाल की राजनीति में हैं। मुकुल रॉय का नाम नारदा स्टिंग केस में भी आया था।