आज कल के दौर में लोग काम-काज में इतना व्यस्त हो जाते है कि अपनी हेल्थ पर ध्यान दे ही नहीं पाते है। हमारे शरीर में मस्तिष्क हमें कार्य करने की क्षमता प्रदान करता है। अगर मस्तिष्क में कोई भी परेशानी आ जाती है तो इसका प्रभाव हमारे विचार, स्मृति, संवेदना पर पड़ता है। इसलिए हमें अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहिए। अगर हमारा मस्तिष्क स्वस्थ नहीं रहेगा तो हम ब्रेन डैमेज के शिकार हो सकते हैं। आइये जानते है ऐसी ही चार आदतों के बारे में, जिसके कारण ब्रेन डैमेज का खतरा हो सकता है।
नमक का अत्यधिक सेवन करना होता है हानिकारक
जामा न्यूरॉलौजी के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि नमक के अधिक सेवन करने से कई तरह की परेशानी हो सकती है। नमक का अधिक सेवन करने से बल्ड प्रेशर बढ़ता है जिसके कारण याददाश्त में कमी और ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। इस स्ट्रोक के कारण आपके मस्तिष्क को बेहद नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए डॉक्टर यह सुझाव देते हैं कि खाने में नमक की मात्रा संतुलित होनी चाहिए।
सुबह का नाश्ता नहीं करने से पड़ता नकारात्मक प्रभाव
अक्सर हम जल्दबाजी के चक्कर में सुबह का नाश्ता करना भूल जाते हैं। लेकिन नाश्ता न करने से सिर्फ हमारी सेहत पर ही नहीं बल्कि मस्तिष्क पर भी प्रभाव पड़ता है. क्या आपको पता है कि सुबह का नाश्ता नहीं करने से आपके मस्तिष्क को प्राप्त पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। जिसके कारण काम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यही नहीं बल्कि यह हमारे मस्तिष्क को सही तरीके से काम करने से भी रोकता है, और आगे चलकर ब्रेन डैमेज जैसी समस्या भी आ सकती है।
फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करना हो सकता है घातक
शोधकर्ताओं के अनुसार मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से नींद न आना और अवसाद जैसी गंभीर बिमारी हो सकती है। यही नहीं बल्कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एक अध्ययन में बताया है कि ज्यादा फोन के संपर्क में रहने से पर ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना बढ़ जाती है।
यह भी पढ़ें: अगर आप भी है पथरी की समस्या से परेशान, तो जल्द ही अपनाए ये घरेलू उपाये
अत्यधिक खाना- खाने से
ज्यादा खाने से न केवल आपका वजन बढ़ता है, बल्कि यह आपके मस्तिष्क की कार्य क्षमता को भी घटाता है। अमेरिकन ऐकैडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की बैठक में यह बताया गया कि कैलोरी के अधिक सेवन से किसी व्यक्ति में स्मृति हानि होने की संभावना बढ़ जाती है।