उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण को लेकर मंगलवार को आपत्ति दाखिल करने के अंतिम दिन तक 753 आपत्तियां दाखिल की गयी। इस बात की जानकारी मंगलवार को सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी सीबी सिंह ने दी।
पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान पद के लिए दाखिल हुई सर्वाधिक आपत्ति
सीबी सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान पद के लिए सर्वाधिक 693 आपत्ति दाखिल की गयी है। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य के लिए आठ, बीडीसी के लिए 46, ब्लाक प्रमुख के लिए तीन और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए भी तीन आपत्ति मिली है। सभी आपत्तियों पर डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति बुधवार और गुरुवार को निस्तारित करने के बाद 26 मार्च को आरक्षण की अंतिम सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।
पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की सूची जारी होने के बाद आरक्षण को लेकर लोगों ने आपत्ति जतानी शुरू कर दी। जिले के 809 ग्राम पंचायत, 44 जिला पंचायत सदस्य और 1048 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का नये सिरे से आरक्षण किए जाने से लगभग 20 फीसदी सीटें बदल गयी। पिछली बार के आरक्षण सूची में जिन गांवों को अनुसूचित वर्ग या पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया था। इस बार वे सीटें सामान्य हो गयी या फिर महिला कोटे में चली गयी।
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वर्ष-2015 के पंचायत चुनाव के आधार पर तैयार आरक्षण सूची पर लोगों ने भेदभाव बरते जाने का भी आरोप लगाया है। पंचायत चुनाव के दावेदारों का आरोप है कि पंचायत राज विभाग के अधिकारी नियमों को दरकिनार करते हुए आरक्षण सूची तैयार किए है। यहीं वजह है कि कई गांव इस बार भी आरक्षित होने से बच गए।