उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का आगाज किया तथा दूसरे चरण की लाभार्थियों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन वितरित किया। वर्चुअल प्लेटफार्म पर इस दौरान उन्होंने लाभार्थी महिलाओं से संवाद भी किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा- रसोई गैस के लिए पहले भटकना पड़ता था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह योजना महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण है। महिलाएं ही परिवार का भोजन बनाने की चिंता करती हैं। सरकार ने उनकी चिंता और परेशानी को समझते हुए उन्हें मुफ्त में रसोई गैस के कनेक्शन वितरित करने का निर्णय लिया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लकड़ी और कोयले पर खाना बनाने को मजबूर महिलाओं के सामने अब एक बेहतर विकल्प है। इस योजना के दूसरे चरण में देश में एक करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना—2.0 में सूबे के 10 जिलों बांदा, चित्रकूट, हरदोई, अमेठी, फर्रुखाबाद, सोनभद्र, रायबरेली, महोबा, बदायूं और फतेहपुर को प्राथमिकता दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वस्थ जीवन—बेहतर जीवन’ को दृष्टिगत रखते हुए इस योजना को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
योगी ने कहा कि 2014 के पहले रसोई गैस के कनेक्शन के लिए भटकना पड़ता था। रुपये खर्च करके भी कनेक्शन नहीं मिल पाता था। कनेक्शन मिल गया तो गैस का भरोसा नहीं था। गैस लेने के रात से ही लाइन लगानी पड़ती थी। जब सुबह नंबर आता था तो सिलेंडर खत्म होने की सूचना मिलती थी। इसका विरोध करने लाठियां खानी पड़ती थीं लेकिन,अब समय बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गैस कनेक्शन मुफ्त कर दिया है। घर-घर रसोई गैस पहुंच रही है।
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सीएम योगी ने कहा कि चूल्हे के धुएं से मुक्ति के महाभियान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 20 लाख महिलाओं की जिंदगी रोशन होगी। उज्ज्वला 2.0 योजना में उन प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है जो पहले पते के प्रमाण के अभाव में इस लाभ से वंचित रह गए थे। गौरतलब है कि 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में उज्जवला 2.0 की शुरुआत उत्तर प्रदेश को महोबा से की थी।