राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को यूपी सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। बता दें कि ओपी राजभर की सुभासपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा के साथ गठबंधन किया था। वहीं सपा ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया था। लेकिन ओपी राजभर ने गठबंधन से अलग जाकर एनडीए उम्मीदवार को वोट किया।
बता दें कि ओपी राजभर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे। लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा से अलग होकर सपा के साथ चुनाव लड़ा। जिसमें उनकी पार्टी सुभासपा 17 सीटों पर उतरी थी और 6 सीटें जीती है। लेकिन सपा और सुभासपा के बीच रिश्तों में चुनाव बाद ही खटास आने लगी। इस बीच राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया।
वहीं अब योगी सरकार राजभर को वाई श्रेणी सुरक्षा देने का फैसला किया है। राजनीतिक गलियारे में इसे राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा को समर्थन देने का इनाम कहा जा रहा है।
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर को सुरक्षा कारणों से योगी सरकार ने Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। गुरुवार शाम को शासन के निर्देश पर गाजीपुर पुलिस ने सुरक्षा मुहैया करा दी।
सपा ने दी प्रतिक्रिया:
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि ओपी राजभर अब पलटू राम राजभर हो गए हैं। चुनाव के समय सीएम योगी ने उन्हें ब्लैक मेलर कहा था लेकिन अब वो उन्हीं का बखान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजभर अपने बेटे को एमएलसी बनाना चाहते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं। इनका इतिहास रहा है जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।
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राजभर को वाई श्रेणी देने पर सपा नेता उदयवीर सिंह ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ राजभर के जाने से वे जिस वर्ग से आते हैं, उन लोगों के प्रति भाजपा के नेताओं में सम्मान नहीं आने वाला। उनका उत्पीड़न जारी रहेगा। अगर भाजपा के साथ पीड़ित, शोषित वर्ग की समस्याएं सुलझ जाती तो वो योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री भी थे, तो उन्हें छोड़ना क्यों पड़ा। वो अपना भी सम्मान नहीं बचा पाए।
राष्ट्रपति चुनाव में किया था ऐलान:
ओपी राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर द्रौपदी मुर्मु को वोट देंगे। उन्होंने कहा कि था कि सीएम योगी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे द्रौपदी मुर्मू को वोट करने के लिए कहा था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अखिलेश को उनके वोट की जरूरत नहीं है, इसलिए उन्होंने उनसे नहीं कहा।