पोस्‍टमोर्टम में सामने आया सच, डूबने से हुई अंकिता की मौत, लेकिन उससे पहले दरिंदों ने बुरी तरह पीटा था

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के शव विच्छेदन गृह में अंकिता भंडारी के शव का शनिवार को करीब पांच घंटे तक पोस्टमार्टम चला। जांच के लिए बिसरा भी सुरक्षित रखा गया है।

इसके बाद शव पिता के सुपुर्द कर दिया गया। जिसकी प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस प्रशासन को दे दी गई है। इसमें अंकिता के शरीर पर मृत्यु से पूर्व चोट के निशान बताए गए हैं। मृत्यु का प्रथमदृष्टया कारण पानी में गिरकर दम घुटना मौत होना बताया गया है। विस्तृत रिपोर्ट सोमवार तक मिलेगी।

अंकिता के शरीर पर देखे गए चोट के निशान

चीला पावर हाउस बैराज से शनिवार को सुबह अंकिता भंडारी का शव बरामद होने के बाद जब उसके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी पहचान कर रहे थे तो वहां पर बड़ी संख्या में प्रत्यक्षदर्शी मौजूद थे।

प्रत्यक्षदर्शी में से कई लोग पोस्टमार्टम के वक्त भी यहां मौजूद रहे।

इन लोग का कहना है कि हमने अंकिता के पार्थिव शरीर को नजदीक से देखा है।

उसका एक दांत टूटा, एक आंख में सूजन थी।

जबकि हाथ पर भी चोट का निशान था।

शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने जो जानकारी दी थी, उसके मुताबिक भी आरोपितों ने अंकिता की हत्या करने से पूर्व पीटा था।

उन्‍होंंने कहा था कि उसके शरीर पर चोट के निशान पिटाई के थे या नहर में डूबने के बाद आए, यह विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो पाएगा।

सोमवार तक मिलेगी पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट

सुबह करीब 11:00 बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ, शाम चार बजे तक पोस्टमार्टम चला। एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि चार चिकित्सकों के पैनल में दो फैकल्टी (आचार्य) और दो रेजीडेंट चिकित्सक को शामिल रहे।

पोस्टमार्टम शुरू होने से समाप्त होने तक जिलाधिकारी पौड़ी डा. विजय कुमार जोगदंडे, एसएसपी पौड़ी यशवंत सिंह चौहान, एसपी देहात देहरादून कमलेश उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर सुयाल, उप जिला अधिकारी यमकेश्वर प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी यही मौजूद रहे।

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उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि चिकित्सकों के पैनल के साथ साथ वीडियोग्राफी टीम भी लगाई गई थी। अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को यहां से श्रीनगर के लिए भिजवा दिया गया।