सिपाही की हत्या मामले में बड़ा खुलासा, वर्दी पर ही लगा खून का दाग

लखनऊ। कुछ दिनों पहले अयोध्या जिले में तैनात एक सिपाही का शव मिलने पर प्रदेश में हड़कम्प मच गया था। असल में मथुरा के रहने वाले और अयोध्या में तैनात सिपाही की हत्या का राज सोमवार को पुलिस ने खोला। पुलिस ने बताया कि सिपाही की हत्या उसी के साथ तैनात महिला सिपाही ने शादी से इनकार करने पर कर दी थी। उसके साथ हत्या में दो सगी बहनें और तीन अन्य साथी भी शामिल थे।

लवेदी थाने के भादोपुर वाले रास्ते पर ददौरा नहर में आठ अक्टूबर को सिपाही योगेश चौहान का शव मिला था। मथुरा के बालाजीपुरम में रहने वाले योगेश की तैनाती अयोध्या के रामजन्मभूमि थाने में थी। सिपाही के भाई सुनील चौहान ने अयोध्या में ही उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की छानबीन की तो रामजन्मभूमि थाने में ही तैनात महिला सिपाही मंदाकिनी उर्फ संगीता की भूमिका संदिग्ध दिखाई दी। इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस, मोबाइल डिटेल, मोबाइल फोन की लोकेशन आदि से छानबीन की। भूमिका की पुष्टि होने पर पुलिस ने मंदाकिनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की।  पूछताछ में उसने बताया कि योगेश से उसकी दोस्ती थी और वह योगेश से शादी करना चाहती थी। योगेश ने शादी से इंकार कर दिया। इस पर उसने मथुरा में हेडकांस्टेबल के पद पर अपनी बहन मीना व गांव में रहने वाली बहन ममता से बात की। दोनों बहनों ने भी योगेश को शादी के लिए समझाया, लेकिन वह किसी तरह तैयार नहीं हुआ। इस पर तीनों ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। पुलिस ने तीनों सगी बहनों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार करके घटना का पर्दाफाश किया। इनका एक साथी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।

बताया गया कि तीनों बहनों ने अपने तीन साथियों को एक लाख रुपए का लालच देकर हत्या की साजिश में शामिल किया था। एएसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि उनको 10 हजार रुपए एडवांस में दिए गए। योजना के अनुसार सात अक्टूबर को जब योगेश छुट्टी लेकर मथुरा जाने लगा तो मंदाकिनी ने भी छुट्टी ले ली और उसके साथ ही बस से इटावा आई। यहां पहले से ही एक कार में सवार मीना,  ममता व तीन अन्य साथी मिले और उसको लेकर बकेवर की ओर चल दिए। आगरा-कानपुर हाईवे पर कार के अंदर ही राड मारकर सिपाही को बेहोश कर दिया और उसके बाद नानचाक से सिपाही का गला घोंटकर हत्या कर दी गई। शिनाख्त मिटाने के लिए उसके कपड़े उतार लिए और उसके चेहरे पर टायलेट क्लीनर डाल दिया। बाद में शव को नहर में फेंक दिया। कपड़े कुछ दूरी पर जाकर जला दिए और मिट्टी में दबा दिए। पकड़े गए अभियुक्तों की निशानदेही पर अधजले कपड़े, जूते, पुलिस का आईकार्ड व आधार कार्ड भी पुलिस टीम ने बरामद कर लिए हैं।