संसद में गूंजा संभल हिंसा का मुद्दा, अखिलेश ने भाजपा सरकार पर मढ़े गंभीर आरोप

बीते महीने की 24 तारीख को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा मामले की गूंज मंगलवार को दिल्ली की संसद में सुनाई दी। दरअसल, समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में संभल हिंसा का मुद्दा उठाते हुए इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा और उसके सहयोगी दलों पर गंभीर आरोप भी लगाए।

अखिलेश यादव ने कहा- देश का भाईचारा ख़त्म हो जाएगा

अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों द्वारा कथित तौर पर मस्जिदों में खुदाई का जो नैरेटिव गढ़ा गया है, उससे देश में भाईचारा खत्म हो जाएगा।

उन्होंने लोकसभा में कहा कि संभल में जो घटना हुई वह एक सुनियोजित साजिश है और संभल में भाईचारे को नष्ट किया गया है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों द्वारा पूरे देश में खुदाई की बातें देश के भाईचारे को नष्ट कर देंगी।

अखिलेश यादव ने संभल प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप

इससे पहले अखिलेश यादव ने संभल प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि वहां के अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं, जैसे कि वे भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हों। संभल की घटना लोगों को अन्य मुद्दों से भटकाने की भाजपा की एक सोची-समझी रणनीति है। जो लोग हर जगह खुदाई करना चाहते हैं वे एक दिन देश का सौहार्द और भाईचारा खो देंगे।

संभल हिंसा में हुई थी चार लोगों की मौत

24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल में मुगलकालीन मस्जिद का न्यायालय के आदेश पर सर्वेक्षण करने गए अधिकारियों की टीम पर भीड़ द्वारा पथराव किए जाने से चार लोगों की मौत हो गई थी।

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अदालत ने सर्वेक्षण का आदेश उस याचिका के जवाब में दिया था जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण एक प्राचीन मंदिर के खंडहर पर किया गया था।