गुजरात में नई सरकार बनाने की कवायद तेज, सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

गुजरात में नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। इसी के तहत गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अपना और अपनी सरकार का इस्तीफा राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सौंप दिया है। गुजरात में नई सरकार के लिए शपथ ग्रहण समारोह 12 दिसंबर को होगा।

गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सातवीं बार जीत दर्ज कर रिकार्ड बना दिया। गुजरात में भाजपा ने 156 सीटें जीतकर प्रचंड जीत हासिल की है। दमदार विपक्षी पार्टी कांग्रेस 17 पर तो माहौल बदलने वाली आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर सिमट गई। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अपना और अपनी सरकार का इस्तीफा राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सौंप दिया है। अब गुजरात में नई सरकार के गठन का कार्य होगा। संभावना है कि, भाजपा विधायक दल की बैठक 10 या 11 दिसंबर को होगी। विधायक दल की बैठक का समय आज फाइनल हो जाएगा। बैठक में गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा। पूरी उम्मीद है कि, भूपेंद्र पटेल का नाम ही मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित किया जाएगा। गुजरात में नई सरकार के लिए शपथ ग्रहण समारोह 12 दिसंबर को होगा।

12 दिसंबर को होगा शपथ ग्रहण समारोह

गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने बृहस्पतिवार को कहा कि, शपथ ग्रहण समारोह 12 दिसंबर को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होंगे। भूपेंद्र पटेल राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।

गुजरात की जनता के आगे नतमस्तक हूं – पीएम मोदी

गुजरात विधानसभा चुनाव जीत के बीच पीएम मोदी ने कहा, मैं जनता के सामने नतमस्तक हूं। गुजरात की जनता का आभार। पीएम मोदी ने कहा, युवा तभी वोट देते हैं जब उन्हें भरोसा होता है और सरकार का काम प्रत्यक्ष नजर आता है। आज युवाओं ने जब भाजपा को भारी संख्या में वोट दिया है तो इसके पीछे का संदेश बहुत स्पष्ट है कि, युवाओं ने हमारे काम को जांचा, परखा और उस पर भरोसा किया है। गुजरात की जनता ने तो रिकॉर्ड तोड़ने में भी रिकॉर्ड कर दिया।

गुजरात में भाजपा का वोट फीसद बढ़ा – राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, भाजपा ने गुजरात में 52.5 फीसद वोट और 157 सीट हासिल की। कांग्रेस 41.4 फीसद से घटकर 27.3 फीसद पर आ गई है। वंशवाद, परिवारवाद,अकर्मण्य नेता व गैर जिम्मेदारना विपक्ष के कारण कांग्रेस की ये हालत हुई है।