कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच होमियोपैथी में इसका कारगर इलाज़ होने का दावा किया गया है। शनिवार को रायबरेली के प्रसिद्ध होमियोपैथी चिकित्सक डॉ.राजीव सिंह ने कहा कि कोरोना में एलोपैथिक की एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल दवाएं फेफड़े में इंफेक्शन और कंजेक्शन को और बढ़ाती है, जिससे मृत्युदर में इजाफा हो रहा है।

होम्योपैथी में कोरोना का सौ फीसदी इलाज
उनका दावा है कि होम्योपैथी में इसका सौ फीसदी इलाज है। वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। डॉक्टर राजीव सिंह का कहना है कि होम्योपैथी में इस संक्रमण को रोकने की कई उपयोगी दवाएं हैं जिनसे मरीज के फेफड़े में इंफेक्शन लगातार कम होता है और अत्यंत गंभीर रोगी भी इसका फायदा उठा सकते हैं।
उनके अनुसार होम्योपैथी कोरोना इलाज का सबसे बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार होम्योपैथिक डॉक्टरों को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करा दें तो कोरोना से मौतों को एक फीसदी तक लाया जा सकता है। डॉक्टर राजीव सिंह ने अपने इस दावे को लेकर कह रहे हैं कि इस संबंध में एक्सपर्ट के साथ चर्चा करने को तैयार हैं। साथ ही वह सरकार को एफिडेविट भी देने को तैयार हैं।
यह भी पढ़ें: कुछ घंटे पहले ही मिली थी दीप सिद्धू को जमानत, पुलिस ने फिर कर लिया गिरफ्तार
रायबरेली के जेल रोड पर अपना क्लीनिक चलाने वाले होम्योपैथिक के डॉक्टर राजीव सिंह का कहना है कि अगर सरकार थोड़ी सी सुविधाएं होम्योपैथी डॉक्टरों को भी मुहैया करा दे तो कोरोना से हो रही मौतों पर लगाम लगाया जा सकता है। अगर समय रहते होम्योपैथी का इलाज मरीज को मिल जाता है तो उसके जीवन का खतरा समाप्त हो जाएगा। सरकार अगर होम्योपैथी डॉक्टरों को ऑक्सीजन सिलिंडर मुहैया करा दे तो कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का समय पर समुचित इलाज हो सकता है और मौत दर भी कम हो जाएगी।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine