काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को पूर्ण रूप से खोलने की मांग को लेकर लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी विद्यार्थियों का धरना जारी रहा। लंका स्थित विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर आंदोलनरत छात्रों को मनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के अफसर लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
इस प्रदर्शन में शामिल छात्र कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ डफली बजाकर नारेबाजी कर कर रहे हैं। उधर, धरनास्थल पर देर रात पहुंचे कुछ युवकों ने आंदोलनकारी छात्रों का डफली लेकर तोड़ दिया। जिससे रात में वहां कुछ समय के लिए तनाव बढ़ गया। सूचना पर प्राक्टोरियल बोर्ड के अफसरों के साथ लंका पुलिस भी पहुंच गई।
वहीं, छात्रों से वार्ता करने लिए पूर्वांह में धरना स्थल पर चीफ प्राक्टर प्रो आनंद चौधरी सिंह, डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो बीसी कापड़ी, डॉ धीरेंद्र राय पहुंचे। चीफ प्राक्टर ने छात्रों को देर तक समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों ने उनकी नहीं सुनी। छात्रों के इस रवैये से बीएचयू आने-जाने वाले आम लोगों के साथ मरीजों के परिजनों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्हें भीषण जाम से जुझते हए काफी लम्बी दूरी तय कर विश्वविद्यालय में आना-जाना पड़ रहा है।
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आंदोलनरत छात्र सिर्फ एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहनों को आने-जाने दे रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सिंह द्वार और आसपास अनलॉक बीएचयू जैसे बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर भी टांग दिए हैं। धरना प्रदर्शन में पहले और दूसरे वर्ष के छात्र शामिल हैं।