पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा और महिला पर अत्याचार को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला है। न्यूज एजेंसी को दिए गए साक्षात्कार में ईरानी ने कहा कि ममता दीदी खुद एक महिला हैं और उनके राज्य में महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया जाता है। साथ ही वीडियो भी बनाया जाता है, लेकिन फिर भी वह चुप रहती हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला दुष्कर्म के बाद आपसे मदद मांग रही है तो क्या आपकी आंखें नम नहीं होंगी? क्या आपको दुख नहीं होगा? अगर लोग दया की भीख मांग रहे हैं और ममता बनर्जी से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं तो क्या सरकार को केवल दर्शक बनकर रहना चाहिए? उन्होंने आगे कहा कि दीदी आपके हाथ पहले तो खून से सने हुए थे लेकिन अब आपके दामन पर महिला अत्याचार का भी दाग है।
जब मंत्री नहीं सुरक्षित तो आम आदमी का क्या होगा
स्मृति ने कहा कि जब केंद्रीय मंत्रियों की कार पर पथराव हो सकता है तो आम आदमी अपने राज्य में कैसे सुरक्षित रह सकता है। मैं उन लोगों से सवाल करना चाहूंगी जो खुद को मानवाधिकार कार्यकर्ता कहते हैं, उन्होंने प्रेस क्लब के सामने दुष्कर्म की शिकार महिलाओं के लिए प्रदर्शन क्यों नहीं किया।
देश में पहली बार चुनाव परिणाम के बाद लोग डर के साये में हैं
हमारे देश में पहली बार, चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, हजारों लोग अपने घरों/गांवों को छोड़कर सीमा पार कर रहे हैं और ममता बनर्जी एवं टीएमसी से माफी मांग रहे हैं, कह रहे हैं कि वे धर्म परिवर्तन के लिए तैयार हैं।
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मानवाधिकार आयोग को जांच सौंपने पर अदालत का आभार
मानवाधिकार आयोग को जांच सौंपने को लेकर स्मृति ईरानी ने अदालत का आभार व्यक्त किया और कहा कि अदालत के इस फैसले से उन लोगों को न्याय मिलेगा जिन्हें परेशान किया गया, जिनकी हत्या की गई और जिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया। मैं अपने लोकतंत्र में पहली बार देख रही हूं कि सीएम लोगों को मरते हुए देख रही हैं क्योंकि उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया।