मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस मौके पर एक न्यूज चैनल ‘एमपी शिखर सम्मेलन’ का आयोजन कर रहा है। इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के विकास की बात रखने मंच पर पहुंचे। बातचीत के दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। बातचीत के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने रोजगार के मुद्दे पर भी खुलकर बात की।
न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”मैं कोरोना आने के बाद मुख्यमंत्री बना था। तब लॉकडाउन लगा था। सरकार का खजाना खाली हो चुका था। लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद हमारा रेवन्यू 2 फीसदी पहले से ज्यादा रहा। कोरोना के दौरान हमने रोजगार पोर्टल बनाया है। इसके जरिए हजारों लोगों को रोजगार दिया। हमने टारगेट बनाया कि हर महीने एक लाख लोगों को रोजगार दिलाएंगे। रोजगार के अवसर में कमी नहीं आने दी।”
सरकार चलाने को लेकर सीएम शिवराज ने कहा, ”मैं जैसे पहले सरकार चला रहा था, वैसी ही अब चला रहा हूं। सिंधिया जी और उनके मित्र बेहद ऊर्जा से भरे हुए हैं। मिलजुलकर बहुत बेहतर काम कर रहे हैं।”
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर कहा, ”मध्य प्रदेश में आज 1300 से ज्यादा केस आए हैं, जो चिंता का विषय है। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना का वायरस है। जनता से अपील है कि सभी मास्क लगाएं। वैक्सीनेशन भी जरूरी है। वैक्सीन कोरोना से लड़ने की ताकत देती है। हमारा अभियान चल रहा है।”
कमलनाथ की 15 महीने की सरकार पर निशाना साधते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”कांग्रेस की सरकार ने सवा महीने में मध्य प्रदेश को तबाही के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। राज्य को दलाली का अड्डा बना दिया था। भृष्टाचार बढ़ रहा था, जनता परेशान थी। उनकी सरकार में आतंक का सम्राज्य कायम था।”
पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर शिवराज सिंह ने कहा, ”बंगाल में आंतक फैला हुआ है। बीजेपी नेताओं की हत्याएं हो रही हैं। बंगाल को विकास की राह पर सिर्फ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ही ले जा सकती है।”
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र की राजनीति में मची हलचल, गृहमंत्री के घर पर बैठक, दे सकते है इस्तीफा
ममता बनर्जी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ”ममता कहती हैं खेला होबे। अब दीदी का खेला खत्म। अब खेला होगा विकास का। दीदी ने किसानों के 6000 रुपये छीने। बीजेपी की सरकार बनने पर किसानों के खाते में 6000 रुपये डाल दिए जाएंगे। मेरा दीदी से सवाल है कि जय श्रीराम से क्यों चिढ़ती हैं। जय श्रीराम हमारी संस्कृति है।”