अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ( AMU ) के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी को हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलना काफी महंगा पड़ा है। दरअसल, उनके इस कृत्य के खिलाफ महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें उनपर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस बात की जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि पुलिस ने महाराष्ट्र के जालना जिले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक ट्वीट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।
शरजील उस्मानी पर लगे कई गंभीर आरोप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जालना के अंबाद के रहने वाले शिकायतकर्ता अंबादास अंभोरे ने शरजील उस्मानी के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उस्मानी ने ट्विटर पर अपने कुछ हालिया पोस्ट में भगवान राम के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
इस शिकायत के आधार पर शरजील उस्मानी के खिलाफ आईसीपीसी की धारा 295-ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य) और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारी ने कहा, यह मामला जलाना साइबर विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा। इस मामले की जांच जलाना के साइबर सेल को सौंपी गई है।
आपको बता दें कि बीते 16 मई को हरियाणा के मेवात निवासी आसिफ नाम के युवक की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक युवक के परिजनों ने इस पूरे मामले में मॉब लिंचिंग का आरोप लगाए हैं। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने किसी भी तरह के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया है।
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आसिफ की मौत को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी ने भी झूठ फैलाते हुए ‘जय श्री राम’ का एंगल दिया। उसने जस्टिस फॉर आसिफ का हैशटैग देते हुए ट्वीट किया कि ‘जय श्री राम’ का जाप करने वाला हिंदू किसी आतंकवादी से कम नहीं होता है। इसके साथ ही एक और ट्वीट में कहा कि 30 हिंदू लोगों के समूह ने आसिफ की हत्या कर दी।
शरजील उस्मानी इससे पहले भी हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगल चुका है, हाल ही में जब वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का निधन हुआ था तब यही शरजील उस्मानी जश्न मना रहा था। इसके कृकृत्यों की फेहरिस्त काफी लम्बी है।