सुपरस्टार अभिनेता रजनीकांत ने सोमवार को अपनी पार्टी ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ को खत्म कर दिया है। इसी के साथ रजनीकांत ने कहा है कि वह राजनीति में कदम नहीं रखेंगे। सुपरस्टार रजनीकांत ने रजनी मक्कल मंद्रम के पदाधिकारियों से बातचीत की और इसके बाद राजनीति में कभी ना आने का फैसला लिया है।

‘रजनी मक्कल मंद्रम’ पार्टी को खत्म करते हुए रजनीकांत ने कहा, ”भविष्य में राजनीति में आने की मेरी कोई योजना नहीं है। मैं राजनीति में कदम नहीं रखने वाला हूं। ” रजनीकांत ने ये फैसला ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद लिया है। रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों के साथ भी बैठक की है।
तमिलनाडु में सियासी हलचल शुरू
वहीं रजनीकांत ने 29 दिसंबर, 2020 को ऐलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। लेकिन हाल में उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में आने के बारे में फिर से चर्चा करेंगे। लेकिन अब उन्होंने आखिरकार सभी तरह के कयासों पर विराम लगा दिया है। रजनीकांत के फिर से राजनीति में आने की चर्चाओं के बीच तमिलनाडु की राजनीति में हलचल होने लगी थी।
पिछले साल एक चिट्ठी में रजनीकांत ने कहा था, ‘मुझे यह बताते हुए खेद है कि मैं एक राजनीतिक पार्टी शुरू नहीं करूंगा। ‘ उन्होंने कहा था कि यह फैसला भारी दिल’ से लिया है। उन्होंने अपने फैसले को लेकर कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की ओर इशारा किया था। उन्होंने कहा था, ‘अगर मैं लोगों से मिलता हूं और संक्रमित होता हूं, तो जो लोग मेरे साथ रहेंगे उन्हें भी संघर्ष करना पड़ेगा और वह जीवन की शांति के साथ-साथ पैसा भी खो देंगे। ’
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वहीं, रजनीकांत के सहयोगी और गांधीया मक्कल इयक्कम के संस्थापक तमिलारुवी मणियन ने कहा था कि अभिनेता ने यह नहीं कहा कि वह कभी राजनीति में नहीं आएंगे। उन्होंने आरएमएम को भंग नहीं किया है। बस वह अभी चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे।
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