लोकसभा ने बुधवार को रेलवे (संशोधन) विधेयक, 2024 पारित कर दिया। यह विधेयक रेलवे कानूनों में संशोधन करेगा और सरकार ने आश्वासन दिया है कि इससे राष्ट्रीय वाहक का निजीकरण नहीं होगा।
विधेयक को बहस के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया, जो पिछले सप्ताह सदन की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान के कारण पहले नहीं हो सकी थी।
‘विधेयक से निजीकरण को बढ़ावा नहीं मिलेगा’
रेलवे संशोधन विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि कुछ सांसदों ने यह झूठी कहानी गढ़ी है कि इस विधेयक से रेलवे का निजीकरण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि संविधान पर उनका (विपक्ष का) झूठा आख्यान विफल हो गया है। अब यह भी विफल हो जाएगा।
‘किया जा रहा फर्जी कहानी स्थापित करने का प्रयास’
वैष्णव ने कहा कि कुछ सदस्यों ने कहा है कि विधेयक से रेलवे का निजीकरण होगा, एक फर्जी कहानी स्थापित करने का प्रयास किया गया है। मैं उनसे पूरी ईमानदारी से अपील करना चाहता हूं कि वे ऐसा न करें, संविधान के बारे में उनकी एक फर्जी कहानी पहले ही विफल हो चुकी है।
यह भी पढ़ें: भाजपा ने खोले नेहरू-गांधी परिवार के पुराने पन्ने, जोड़ दिए सोरोस-सोनिया संबंध के तार
रेलवे (संशोधन) विधेयक 2024, जिसका उद्देश्य रेलवे बोर्ड के कामकाज और स्वतंत्रता को बढ़ाना है, पिछले संसद सत्र के दौरान लोकसभा में पेश किया गया था।