राहुल गांधी ने बताए ईडी के सवाल, कहा- मैंने उन्हें कुछ नहीं बताया

ईडी द्वारा कई दिनों की जा रही पूछताछ को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, ईडी और ऐसी एजेंसियां मुझ पर दबाव नहीं बना सकतीं। उन्होंने ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में उनसे प्रवर्तन निदेशालय की पांच दिनों तक चली पूछताछ के दौरान एकजुटता प्रकट करने के लिए कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, सेना में अल्पकालिक भर्ती की नयी ‘अग्निपथ’ योजना को देश एवं सेना के साथ मोदी सरकार का नया धोखा करार देते हुए बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना को वापस लेना पड़ेगा।

राहुल गांधी ने कहा कि, कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराया एवं धमकाया नहीं जा सकता। ईडी की पूछताछ को लेकर राहुल गांधी ने बताया कि, पूछताछ करने वाले भी इस बात को समझ गए कि कांग्रेस के नेता डर नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईडी तलब कर रही थी। ईडी अधिकारी मुझसे 11 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ करते थे। जब मुझसे पूछा गया कि मुझमें इतना सब्र कैसे है, तो मैंने उनसे कहा कि मैं 2004 से कांग्रेस में काम कर रहा हूं। मैंने सब्र रखना सीखा है.. सचिन पायलट से पूछ सकते हैं। राहुल गांधी ने बताया कि, मेरी एनर्जी का राज क्या है, तो मैंने उनसे कहा कि, मैं आपको नहीं बता सकता हूं।

राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों एवं विधायकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि ईडी की उनसे पूछताछ एक ‘छोटा मामला’ है। सच कहूं तो यह जरूरी भी नहीं है। आज सबसे जरूरी बात रोजगार की है। लघु एवं मध्यम उद्योग देश की रीढ़ की हड्डी हैं। नरेंद्र मोदी जी ने इस रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है। यह बात मैं महीनों से कह रहा हूं।

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राहुल गांधी ने कहा कि, जो हमारे युवा सेना में भर्ती के लिए रोज सुबह दौड़ते हैं उनसे मैं कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री ने देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया और यह देश अब रोजगार नहीं दे पाएगा। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दो-तीन उद्योगपतियों के हवाले कर दिया है। अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा, देशभक्ति और सेना में जाने का आखिरी रास्ता था, उसे भी इन लोगों ने बंद कर दिया। ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की बात करते थे, अब ‘नो रैंक, नो पेंशन’ हो गया है। जब आप सेना से (सेवानिवृत्त) घर वापस जाएंगे तो आपको कोई रोजगार नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने दावा किया कि, आज चीन की सेना भारत की जमीन पर कब्जा जामाए बैठी हुई है। एक हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चीन की सेना ने हमसे छीना है। ऐसे में सेना को मजबूत करना चाहिए, लेकिन सरकार सेना को कमजोर कर रही है। जब युद्ध होगा तब इसका नतीजा सामने आएगा…देश का नुकसान होगा। ये लोग अपने आप को राष्ट्रवादी कहते हैं। युवाओं के भविष्य की रक्षा करना हमारा फर्ज है।