कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को केन्द्र सरकार पर गैस, डीजल और पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर निशाना साधा। इसके लिए उन्होंने तुलात्मक डाटा प्रस्तुत किया जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार और वर्तमान में पेट्रोलियम उत्पादों के दामों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में केन्द्र सरकार ने इन बढ़े दामों से 23 लाख करोड़ का मुनाफा कमाया है। इस मुनाफे से सरकार कुछ ‘क्रोनी कैप्टलिस्ट’ को पोषित कर रही है।
राहुल गांधी ने की केंद्र की नीति की आलोचना
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राहुल ने केन्द्र सरकार की नीति की जमकर आलोचना की और कहा कि देश का जीडीपी (गैस, डीजल और पेट्रोल का दाम) बढ़ रही है।
राहुल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल और गैस-सिलेंडर के दाम कम हो रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। सरकार ने 23 लाख करोड़ रूपए जीडीपी (गैस-डीज़ल-पेट्रोल) से कमाए हैं। 2014 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। 2014 में गैस सिलेंडर का दाम 410 रूपये था (जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा) और आज गैस-सिलेंडर का दाम 885 रुपये है, यानी 116 प्रतिशत की बढ़ोतरी। 2014 में पेट्रोल का दाम 71.5 रूपये था और आज 101 रुपये है यानी कीमतों में 42 प्रतिशत की बढ़ोतरी। 2014 में डीज़ल का दाम 57 था और आज 88 यानी कीमतों में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी ।
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उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीज़ल का अर्थव्यवस्था के हर भाग में कहीं न कहीं इनपुट होता है। इसके दाम बढ़ने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से चोट लगती है। पिछले 7 साल से देश ने एक नया आर्थिक पैराडाइन देखा है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि किसान-मजदूर, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, सरकारी कर्मचारी और ईमानदार व्यापारी के हाथों से पैसे लिए जा रहे हैं। वहीं केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चार-पांच मित्रों का लाभ पहुंचाया जा रहा है।