बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं के साथ हो रही क्रूरता के बीच बीते दिनों ढाका एयरपोर्ट से हुई इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास का मुद्दा अब भारत में जोर पकड़ता जा रहा है। अभी बीते दिन जहां विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे को उठाते हुए कड़ी निंदा की थी। वहीं अब आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण ने भी इस गिरफ्तारी के मुद्दे पर अपनी राय पेश की है। उन्होंने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए इसे सुलझाने के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया।
पवन कल्याण ने एक्स के माध्यम से जताया रोष
पवन कल्याण ने एक्स पर पोस्ट किया कि आइए हम सब मिलकर बांग्लादेश पुलिस द्वारा इस्कॉन बांग्लादेश के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ़्तारी की निंदा करें। साथ ही बांग्लादेशी सरकार से तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया। उपमुख्यमंत्री ने बांग्लादेश के अंतरिम नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस से हस्तक्षेप करने और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को समाप्त करने की अपील की।
उन्होंने बांग्लादेश के गठन में भारत के सहयोग को याद करते हुए दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के गठन के लिए भारतीय सेना का खून बहा है, हमारे संसाधन खर्च हुए हैं, हमारे सेना के जवानों की जान गई है। जिस तरह से हमारे हिंदू भाइयों और बहनों को निशाना बनाया जा रहा है, उससे हम बहुत परेशान हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग की। पवन कल्याण का यह बयान हिंदू संगठन के नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद आया है।
विदेश मंत्रालय ने भी की थी गिरफ्तारी की निंदा
सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास बांग्लादेश पुलिस द्वारा सम्मिलिता सनातनी जोते को गोली मार दी गई ।
इससे पहले मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने दास की गिरफ़्तारी और उसके बाद ज़मानत न दिए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की, साथ ही उनकी हिरासत के ख़िलाफ़ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की रिपोर्ट भी।
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एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी अधिकारियों से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। मंत्रालय ने कहा कि हम बांग्लादेशी अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उनका अधिकार भी शामिल है।